newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Tokyo olympic: WFI ने अनुशासनहीनता के लिए विनेश फोगाट को किया सस्पेंड, सोनम मलिक को भी नोटिस जारी

Tokoyo Olympics:भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजकों, शिव नरेश के नाम वाली ड्रेस भी नहीं पहनी थी, और अपने मुकाबलों के दौरान नाइके सिंगलेट पहनना चुना था। डब्ल्यूएफआई के सूत्रों के अनुसार, “यह घोर अनुशासनहीनता है। उसे अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और सभी कुश्ती गतिविधियों से रोक दिया गया है। वह किसी भी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू स्पर्धा में तब तक प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकती जब तक कि वह जवाब दाखिल नहीं कर देती और डब्ल्यूएफआई अंतिम फैसला नहीं कर लेती।”

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने मंगलवार को बीते टोक्यो ओलंपिक अभियान के दौरान अनुशासनहीनता के लिए स्टार पहलवान विनेश फोगट को “अस्थायी रूप से निलंबित” कर दिया और युवा सोनम मलिक को कदाचार के लिए नोटिस भी जारी किया है। टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में करारी हार के बाद बाहर हुई विनेश फोगाट को नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है जिसमें तीन बातों पर अनुशासनहीनता का जिक्र है। विनेश, जिन्होंने हंगरी से टोक्यो की यात्रा की थी, जहां उन्होंने कोच वोलर एकोस के साथ प्रशिक्षण लिया था, ने खेल गांव में रहने और अन्य भारतीय टीम के सदस्यों के साथ प्रशिक्षण से इनकार कर दिया था।

उसने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजकों, शिव नरेश के नाम वाली ड्रेस भी नहीं पहनी थी, और अपने मुकाबलों के दौरान नाइके सिंगलेट पहनना चुना था। डब्ल्यूएफआई के सूत्रों के अनुसार, “यह घोर अनुशासनहीनता है। उसे अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और सभी कुश्ती गतिविधियों से रोक दिया गया है। वह किसी भी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू स्पर्धा में तब तक प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकती जब तक कि वह जवाब दाखिल नहीं कर देती और डब्ल्यूएफआई अंतिम फैसला नहीं कर लेती।”

सूत्र ने कहा, “डब्ल्यूएफआई की आईओए ने इस मामले पर जमकर खिंचाई की और पूछा कि वे अपने एथलीटों को नियंत्रित क्यों नहीं कर सकते। आईओए इस संबंध में डब्ल्यूएफआई को नोटिस जारी कर रहा है।”

टोक्यो में विनेश ने उस समय हंगामा किया था जब उन्हें उनके भारतीय साथियों के पास एक कमरा आवंटित किया गया था। उसने सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला के साथ रहने से इस बात को तर्क देते हुए इनकार कर दिया कि वह भारत से टोक्यो आई हैं ऐसे में उनको कोरोनोवायरस का संक्रमण हो सकता है। विनेश ने किसी भी भारतीय पहलवान के साथ प्रशिक्षण नहीं लिया। ऐसा लग रहा था कि वह हंगरी की टीम के साथ आई है और उसका भारतीय दल से कोई लेना-देना नहीं था।

एक दिन उसका समय भारतीय लड़कियों के प्रशिक्षण के समय से मैच कर गया और उसने उनके साथ एक ही क्षेत्र में प्रशिक्षण नहीं लेने का फैसला भी किया। आईओए उनके इस व्यवहार से खुश नहीं था और कहा कि वरिष्ठ पहलवानों को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। विनेश ने शीर्ष पदक की दावेदार के रूप में खेलों में प्रवेश किया था, लेकिन बेलारूस की वेनेसा के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

वहीं एसोसिएशन की तरफ से 19 साल की सोनम को दुराचार के आरोप में नोटिस जारी किया गया है। सोनम के व्यवहार को लेकर सूत्रों ने बताया कि एसोसिएशन का यह सोचना है कि, ये बच्चे सोचते हैं, वे स्टार पहलवान बन गए हैं और कुछ भी करने के हकदार हैं। टोक्यो जाने से पहले या तो सोनम या उनके परिवार को डब्ल्यूएफआई कार्यालय से अपना पासपोर्ट लेना होगा। लेकिन सोनम ने SAI के अधिकारियों को अपनी ओर से अपना पासपोर्ट लेने का आदेश दिया। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कुछ हासिल नहीं किया है और इस तरह का उनका रवैया रहा है। इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि सोनम भी अपने डेब्यू ओलंपिक से बिना मेडल के लौटी हैं।