newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Cyber Crime Helpline Number: साइबर क्राइम की शिकायत के लिए नया Helpline नंबर जारी, जानिए कैसे करना है इसका इस्तेमाल

Cyber ​​Crime Helpline Number: गृह मंत्रालय की ओर से जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 1930 आपातकालीन नंबर के रूप में काम करेगा। इस नया हेल्पलाइन नंबर को दूर संचार विभाग की मदद से जारी किया गया है। सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से इस नए नंबर को प्राथमिकता के आधार पर चालू करने के लिए कहा गया है।

नई दिल्ली। देश में बीते कुछ समय में आनलाइन धोखाधड़ी या साइबर क्राइम के मामले काफी बढ़े हैं। इन मामलों के बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने इससे निपटने के लिए अपनी कमर कस ली है। जहां एक ओर अब गृह मंत्रालय की ओर से नया साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है साथ ही एक टोकन सुविधा भी दी है जिससे धोखाधड़ी के शिकार व्यक्ति को उसका पैसा वापस मिलने में सुविधा होगी। बता दें, अब आनलाइन धोखाधड़ी के पीड़ितों को 155260 की जगह नया हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल करना होगा। ये नया नंबर 155260 की जगह लेगा। गृह मंत्रालय की ओर से जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 1930 आपातकालीन नंबर के रूप में काम करेगा। इस नया हेल्पलाइन नंबर को दूर संचार विभाग की मदद से जारी किया गया है। सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से इस नए नंबर को प्राथमिकता के आधार पर चालू करने के लिए कहा गया है। तो चलिए आपको बताते हैं कैसे काम करती है साइबर क्राइम हेल्पलाइन

cyber1

ये है पूरी प्रकिया…

  • सबसे पहले पीड़ित अधिकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल करना है।
  • इसके बाद पीड़ित को औपचारिक रूप से राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने की लिए कहा जाएगा।
  • इसके बाद एक टिकट मामले से जुड़े संबंधित वित्तीय मध्यस्थों को भेजा जाता है।

  • फ्राड ट्रांजिक्शन टिकट डेबिट किए अर्थात वो बैंक जहां पर पीड़ित का खाता है और साइबर शातिरों ने उस चोरी की गई रकम को जिस खाते में जमा कराया है उस ई-वालेट व बैंक खाते दोनों के डैश बोर्ड पर दिखाई देगी।
  • जिस बैंक में या ई-वालेट में टिकट या रकम भेजी गई है, वो फ्राड ट्रांजिक्शन की पड़ताल करेगा। अगर ट्रांसफर की गई रकम निकल गई होगी तो पोर्टल ट्रांजिक्शन के विवरण को फीड करता है। इसके बाद अगले फ्लो तक इसे बढ़ाया जाता है, अगर रकम उपलब्ध पाई जाती है तो इसे अस्थाई रूप से रोका जाता है।