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Google Chrome ने लॉन्च किया नया फीचर, अब यूजर वेबसाइट पर दी गई जानकारी को कर सकेंगे ट्रैक

गूगल अपने क्रोम ब्राउजर के लिए नया प्राइवेसी फीचर रोल आउट कर रहा है। इस फीचर के जरिए यूजर अपने एंड्रॉइड स्मार्टफोन में यह पता लगा सकेंगे कि कौन सी वेबसाइड के पास उनकी जानकारी पहुंच रही है। अपकामिंग रिलीज में, गूगल क्रोम में आपके ब्राउजि़ंग हिस्ट्री से साइट को हटाने का ऑप्शन भी जोड़ेगा।

नई दिल्ली। गूगल अपने क्रोम ब्राउजर के लिए नया प्राइवेसी फीचर रोल आउट कर रहा है। इस फीचर के जरिए यूजर अपने एंड्रॉइड स्मार्टफोन में यह पता लगा सकेंगे कि कौन सी वेबसाइड के पास उनकी जानकारी पहुंच रही है। अपकामिंग रिलीज में, गूगल क्रोम में आपके ब्राउजि़ंग हिस्ट्री से साइट को हटाने का ऑप्शन भी जोड़ेगा। गूगल ने मंगलवार देर रात एक बयान में कहा किअपडेट किए गए साइट सुरक्षा कंट्रोल के साथ, हमने ट्रैक करना आसान बना दिया है कि किस साइट को किस जानकारी की अनुमति है। अपडेट किए गए पैनल को खोलने के लिए बस क्रोम एड्रेस बार के बाईं ओर लॉक आइकन पर टैप करें, जो दिखाता है कि कौन सी अनुमतियां हैं आपने उस विशेष साइट के लिए अनुमति दी है।

वहां से, आप अपने स्थान और अपने कैमरे जैसी चीजों को साझा करने और साझा न करने के बीच अधिक आसानी से टॉगल कर सकेंगे। अपने यूजर को सुरक्षित रखने के लिए,गूगल ने पिछले सप्ताह अपनी सर्च में एक और सुविधा शुरू की, जो लोगों को मोबाइल पर पिछले 15 मिनट के ब्राउजि़ंग हिस्ट्री को तुरंत हटाने देगी।

Chrome

यह सुविधा आईओएस के लिए गूगल ऐप में उपलब्ध है, और इस साल के अंत में एंड्रॉइड गूगल ऐप पर आ रही है। उपकरण अभी तक डेस्कटॉप यूजर के लिए उपलब्ध नहीं है। गूगल ने कहा कि उसने ‘साइट आइसोलेशन’ का भी विस्तार किया है, जो एक सुरक्षा सुविधा है जो यूजर्स को गलत वेबसाइटों से बचाती है।

‘साइट अलगाव’ अब साइटों की एक ब्रॉडर रेंज के साथ-साथ एक्सटेंशन को भी कवर करेगा, और यह सब कुछ ऐसे ट्वीक के साथ आता है, जो क्रोम की गति में सुधार करते हैं। कंपनी ने कहा कि आने वाले हफ्तों में एंड्रॉइड और विंडोज, मैक, लिनक्स और क्रोम ओएस पर क्रोम में नए अपडेट और फीचर आएंगे।