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Infosys: ‘कैसे उनके रसोइया ने…’, नारायण मूर्ति ने साझा किया मजेदार किस्सा, वायरल हुआ वीडियो

Infosys: पहले कहां हमें कुछ-भी खऱीदने के लिए मीलो दूर जाना पड़ता था, लेकिन आज की तारीख में हमें आसान से कुछ भी प्राप्त हो जाता है। बड़ी ही आसानी से तकनीक के जरिए हम कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन पहले यह सबकुछ ऐसा नहीं था।

नई दिल्ली। रोटी, कपड़ा और मकान के बाद हम सभी की चौथी जरूरत तकनीक है। मौजूदा परिदृश्य में हम बिना तकनीक के अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। तकनीक ने हमारे जीवन को सहज, सरल व सुलभ बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाई है। इसी कड़ी में देश-दुनिया की जानी-मानी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने एक पॉडकॉस्ट इंटरव्यू में तकनीक को लेकर एक ऐसा मजेदार किस्सा सुनाया है, जो कि अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। आखिर क्या है वो किस्सा? जानने के लिए पढ़िए हमारी ये खास रिपोर्ट।

दरअसल, एक पॉडकॉस्ट इंटरव्यू में इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने एक पुराना किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार उन्होंने अपने रसोइया को आटा बुक करने के लिए कहा था, तो उसने फौरन अमेजन पर जाकर आटा बुक कर दिया है। मेरे रसोइया को पता था कि कितने मात्रा में आटे की आवश्यकता है। लिहाजा उसने अमेजन पर जाकर आसानी से मेरे लिए आटा बुक कर दिया। यह सब देखकर मैं एक पल के लिए चौंक गया और गहरी सोच में चला गया कि कैसे तकनीक ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है। पहले कहां हमें कुछ-भी खऱीदने के लिए मीलो दूर जाना पड़ता था, लेकिन आज की तारीख में हमें आसानी से कुछ भी प्राप्त हो जाता है। बड़ी ही आसानी से तकनीक के जरिए हम कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन पहले यह सबकुछ ऐसा नहीं था। पहले हमें कुछ भी लाने ले जाने में जहां लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता था, तो वहीं कई प्रकार की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता था, मगर आज ऐसा नहीं है।

nr narayana murthy in iim ahmedabad

इसके साथ ही नारायण मूर्ति ने अपने रसोइए की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि वो युवा है। ओडिशा का रहने वाला है। खाना लाजवाब बनाता है। मुझे उसके द्वारा बनाया गया खाना बहुत पसंद है। वो अच्छा लड़का है। मुझे पूरा यकीन है कि वो आगामी दिनों में अपनी जिंदगी में एक बेहतर मुकाम हासिल करेगा। इसके अलावा नारायण मूर्ति ने शिक्षा क्षेत्र में तकनीक के प्रभाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि तकनीक की वजह से आज की तारीख में दुर्गम इलाकों तक भी शिक्षा पहुंच पा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन के हस्तक्षेप ने नया कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में अहम किरदार अदा किया है। बहरहाल नारायण मूर्ति द्वारा साझा किया गया यह किस्सा अभी खासा सुर्खियों में है। अब ऐसे में आपका बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.क़ॉम