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9/11 : दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला, जिसमें पलक झपकते हुई थी हजारों मौतें

11 सितंबर 2001 को अल कायदा के आतंकियों (terrorist) ने अमेरिका (America) के न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (World Trade Centre), पेंटागन (Pentagon) और पेंसिलवेनिया (Pennsylvania) पर एक साथ हमले किए थे।

नई दिल्ली। 11 सितंबर 2001, ठीक 19 साल पहले, अमेरिका या यूं कहें कि पूरी दुनिया को हिला देने वाला दिन। सिर्फ 18 मिनट में अमेरिका में हुए आतंकी हमले से पूरी दुनिया हल गई थी। इस हमले में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 3 हजार से अधिक लोगों की जान गई थी। आज भी उस मंजर को याद कर लोगों की आंखें नम हो जाती हैं।

America World Trade center

अमेरिका पलक झपकते ही खून से सराबोर हुआ था

11 सितंबर 2001 को अल कायदा के आतंकियों (terrorist) ने अमेरिका (America) के न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (World Trade Centre), पेंटागन (Pentagon) और पेंसिलवेनिया (Pennsylvania) पर एक साथ हमले किए थे। इन हमलों की वजह से शांत अमेरिका पलक झपकते ही खून से सराबोर हो चुकी थी। चारों तरफ शोर सुनाई दे रहा था। बेबसी और चीत्कार के बीच लोग खुद को सुरक्षित करने के लिए इधर से उधर भाग रहे थे।

सुबह 8 बजकर 46 मिनट पर हुए हमले में पूरी दुनिया कांप उठी। हमले की तस्वीरें जिसने भी देखीं वो सिहर उठा। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश पर ये सबसे भीषण और बर्बर हमला था, जिसने समूची मानवता को शर्मिंदा कर दिया।

चार विमानों को हाईजैक किया था

इस घटना को अंजाम देने के लिए अलकायदा के 19 आतंकियों ने चार विमानों को हाईजैक किया था। और अपनी रणनीति के अनुसार चारों को एक के बाद एक चार ठिकानों पर हमला कर आतंक का सबसे भीषण रूप दुनिया को दिखला दिया। पहला हाईजैक विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकराया। इसके कुछ देर बाद 9 बजकर 3 मिनट पर दक्षिणी टावर को भी आतंकियों ने एक विमान से भेद दिया।

 

70 देशों के नागरिकों की मौत

इस हमले में करीब 70 देशों के नागरिकों की मौत हुई थी। इन दो हमलों के बाद भी अमेरिका में उस दिन आतंक का सिलसिला नहीं थमा। 9 बजकर 47 मिनट पर वाशिंगटन के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन पर एक विमान से हमला हुआ। जिसका अंजाम ये हुआ कि पेंटागन का एक हिस्सा गिर गया। वहीं चौथा विमान शेंकविले के खेतों में गिरा दिया। इस पूरे हमले में करीब 3 हजार लोग मारे गए। ये मानवीय इतिहास के सबसे भीषण आतंकी हमलों में से एक था। एक आंकड़े के मुताबिक 9/11 के भीषण हमले में 3 हजार 51 बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। एक झटके में इतने बच्चे अनाथ हो गए। इन परिवारों की त्रासदी का सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है।

Osama Bin Laden

2011 में मारा गया ओसामा बिन लादेन

बता दें कि हमले के पीछे अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ था। फिर अमेरिका ने बदले की कार्रवाई करते हुए 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा को मार गिराया था। 13 सालों के बाद वहीं नई इमारत काम करने के लिए खोल दी गई।