येरेवन। अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) दोनों ने नागोर्नो-करबाख क्षेत्र में मध्यरात्रि (2000 GMT) से शुरू होने वाले एक नए मानवीय संघर्ष विराम (Ceasefire) पर सहमति व्यक्त की है। इसकी घोषणा दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों (Foreign Ministries) ने शनिवार शाम को बयान जारी करके की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा कि यह दूसरा संघर्ष विराम है जिस पर दोनों पक्ष सहमत हुए हैं। इससे पहले 9 अक्टूबर को मास्को में लंबी वार्ता के बाद संघर्ष विराम पर पहली सहमति 10 अक्टूबर को बनी थी।
1988 से नागोर्नो-करबाख क्षेत्र में अर्मेनिया और अजरबैजान में टकराव चल रहा है। इसके लिए 1994 से शांति वार्ता चल रही है, लेकिन अभी भी यहां छिटपुट मामूली झड़पें होती रहती हैं।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ फोन पर बातचीत के बाद आर्मेनिया और अजरबैजान के विदेश मंत्रियों ने नए समझौते की घोषणा की। लावरोव ने दोनों देशों से मॉस्को समझौते का पालन करने की अपील की। नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र अजरबैजान के क्षेत्र में आता है, लेकिन इस पर 1994 से आर्मेनिया समर्थित आर्मेनियाई जातीय समूहों का नियंत्रण है।
नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र को लेकर अजरबैजान और आर्मीनियाई बलों के बीच 27 सितंबर को संघर्ष शुरू हुआ था, जिसमें सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 25 वर्षों के दौरान दोनों देशों के बीच इतने बड़े पैमाने पर छिड़ी यह पहली लड़ाई है।