नई दिल्ली। पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाते हुए भारत द्वारा उनके देश में टारगेट किलिंग किए जाने का मुद्दा अमेरिका के सामने उठाया। इस पर अमेरिका ने कहा कि हम इस मुद्दे के बीच में नहीं पड़ेंगे, हम कुछ नहीं कर सकते। दरअसल ब्रिटिश अखबार द गार्जियन मे पिछले हफ्ते छपी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय खूफिया एजेंसी रॉ ने 2019 के पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में टारगेट किलिंग के तहत 20 लोगों की हत्या की। हालांकि भारत ने पिछले हफ्ते ही इन आरोपों को झूठा और भारत विरोधी प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया था। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने टारगेट किलिंग के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा था कि दूसरे देशों में टारगेट किलिंग करना ऐसी भारत सरकार की नीति नहीं है। उसके बावजूद पाकिस्तान ने अमेरिका के समक्ष इस मामले को उठाते हुए इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की।
#WATCH | On being asked about the United States’ position on Pakistan’s allegations against India about carrying out state killings in Pakistan, US State Department Spokesperson Matthew Miller says, “So we have been following the media reports about this issue. We don’t have any… pic.twitter.com/vwaKjkvK0Q
— ANI (@ANI) April 9, 2024
इस मामले में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर हस्तक्षेप नहीं करेगी, हम इस स्थिति के बीच में नहीं आएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान दोनों पक्षों को तनाव से बचने के लिए प्रोत्साहित जरूर करेंगे। मिलर बोले कि इस मुद्दे से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स को हम फॉलो कर रहे हैं और हम दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
अपनी रिपोर्ट में गार्जियन अखबार ने पाकिस्तान द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों का हवाला दिया है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तानी अधिकारियों का भी हवाला देते हुए इन हत्याओं के लिए संयुक्त अरब अमीरात में स्थापित भारतीय खुफिया विभाग के स्लीपर सेल को जिम्मेदार ठहराया गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर पश्चिमी देशों से मदद की गुहार लगाई हो। पड़ोसी देश अक्सर किसी न किसी मामले पर भारत के खिलाफ चाल चलता रहता है, हालांकि हर बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है।