नई दिल्ली। म्यांमार (Myanmar) की सेना सरकार के प्रचार-प्रसार के लिए और प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देने के लिए टिकटॉक (Tik Tok) का इस्तेमाल कर रही है। टिकटॉक ने गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए देश में कुछ खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है। देश में सरकारी सैनिकों द्वारा टिकटॉक का इस्तेमाल तो बढ़ा, लेकिन फरवरी में फेसबुक ने घोषणा की कि वह म्यांमार की सेना के साथ-साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों से अन्य राज्य-नियंत्रित संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
टिकटॉक के एक प्रवक्ता ने ‘द वर्ज’ को बताया कि हमारे प्लेटफॉर्म पर नफरत, हिंसा और गलत जानकारी को बढ़ावा देने का कोई स्थान नहीं है। प्रवक्ता ने कहा, “जब हमने म्यांमार में तेजी से तनावपूर्ण स्थिति देखी तो हमने अपने समर्पित संसाधनों का तेजी से विस्तार किया और हिंसक सामग्री को हटाने के प्रयासों को आगे बढ़ाया। हमने आक्रामक रूप से खतरनाक सामग्री को बढ़ावा देने वाले कई खातों और उपकरणों पर प्रतिबंध लगा दिया।”
‘रेस्ट ऑफ वल्र्ड’ की रिपोर्ट के मुताबिक, टिकटोक ने स्वीकार किया है कि खतरों को फैलाने वाले वीडियो के खिलाफ उसे तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए थी। म्यांमार में लोग 1 फरवरी के तख्तापलट का विरोध कर रहे हैं। देशभर में 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया गया है, जबकि 600 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें से कुछ की हालत बहुत गंभीर है। हिरासत में ली गई पूर्व नेता आंग सांग सू की के खिलाफ नए भ्रष्टाचार के आरोपों को पिछले सप्ताह राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित किया गया था।