काठमांडू। पड़ोसी देश नेपाल में चीन के कई महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट चल रहे हैं नेपाल की पिछली सरकार है चीन के समर्थन में रही थी जिसकी वजह से नेपाल में सियासी बवाल भी खूब मचा। लेकिन इसके बाद चीन के प्रोजेक्ट नहीं रुके। कई बड़े प्रोजेक्ट्स के नाम पर दूसरे देशों को गुलाम बनाने वाले चीन की नजर जिन-जिन पर पड़ी, वे बर्बाद होते चले गए। पहले श्रीलंका को आर्थिक रूप से बर्बाद करने के बाद चीन पाकिस्तान और नेपाल को नुकसान पहुंचा रहा है। नेपाल में हुए प्लेन क्रैश का भी चीन से कनेक्शन सामने आया है। दरअसल, येती एयरलाइंस के प्लेन को जिस पोखरा एयरपोर्ट पर लैंडिंग करनी थी, वह चीन की मदद से ही बना था। हाल ही में पोखरा एयरपोर्ट का नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने उद्घाटन किया था। नेपाल की राजधानी काठमांडू से उड़ान भरने वाले 72 सीटर पैसेंजर विमान रविवार को पोखरा एयरपोर्ट पर लैंडिंग से चंद समय पहले हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी यात्रियों समेत को क्रू मेंबर्स की मौत हो गई
आपको बता दें कि नेपाल विमान हादसे में जान कमाने वालों में 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे, जिसमें सभी की मौत हो गई। हादसे में पांच भारतीय यात्रियों की भी जान चली गई। चीन की मदद से पोखरा एयरपोर्ट के बनने के बाद से ही चीन और नेपाल की नई दोस्ती की भी चर्चाएं शुरू हो गई थीं। पिछले साल, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पोखरा रीजनल इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को बालुवाटार में आयोजित एक शिष्टाचार मुलाकात के दौरान सौंप दिया था। इसके उद्घाटन से पहले एक विवाद भी खड़ा हो गया था, क्योंकि काठमांडू में चीनी दूतावास ने एकतरफा घोषणा की कि पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चीन-नेपाल BRI सहयोग की प्रमुख परियोजना है।
गौरतलब है कि परियोजना के उद्घाटन से एक दिन पहले, दूतावास ने कहा, ”यह चीन-नेपाल BRI सहयोग की प्रमुख परियोजना है। नेपाली सरकार और नेपाली लोगों को हार्दिक बधाई।” हालांकि, दहल ने इस बात पर चिंता जताई कि यह मुद्दा अब क्यों और कैसे सामने आया और उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण के दौरान बीआरआई के तहत परियोजना के निर्माण का जिक्र नहीं किया। पाक पर भी चीन की काली नजर, आर्थिक स्थिति हुई खराब चीन का करीबी दोस्त समझा जाने वाला पाकिस्तान भी ड्रैगन के कर्ज के जाल में बुरी तरह से फंस चुका है। पाकिस्तान में चीन कई अहम प्रोजेक्ट्स का निर्माण कर रहा है। हाल ही में सीपीईसी की एक बैठक में पाकिस्तान ने चीन से पांच प्रोजेक्ट्स पर तेजी लाने का अनुरोध किया था। इनमें रेलवे परियोजना समेत कई अहम परियोजनाएं भी शामिल बताई जाती हैं।