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Pakistan: चीन से ‘गेम’ पड़ गया इमरान खान को भारी, इन वजहों से पीएम पद पर मंडराया संकट

इमरान के लिए मुसीबत उनकी सरकार के ऊर्जा मंत्री हमाद अजहर भी बने। हमाद ने चीन को चिट्ठी लिखी कि स्टेट ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना की सीईटी इकाई को अभी 875 करोड़ मिले हैं और पाकिस्तान की देनदारी 1235 करोड़ है। अगर 24 मार्च तक भुगतान नहीं हुआ, तो समझौते का उल्लंघन माना जाएगा।

इस्लामाबाद। इमरान खान के पीएम पद पर तलवार लटकी है। इधर-उधर से खेल करके वो सत्ता बचाने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन आखिर ये नौबत आई क्यों ? इसका खुलासा पाकिस्तानी सियासत से जुड़े सूत्रों ने किया है। दरअसल, इमरान खान डबल गेम कर रहे थे। वो चीन से भी पैसा ले रहे थे और अमेरिका से भी नजदीकी बढ़ा रहे थे। डबल गेम का खुलासा एक दिन होना था। वो हो गया। नतीजे में शातिर चीन ने अपनी चाल चली और इमरान खान के लिए मुश्किल पैदा कर दी। अब हालात ये हैं कि इमरान के साथी उनसे किनारा कर रहे हैं और पाकिस्तान की सेना भी उनके खिलाफ खड़ी हो गई है।

imran khan

अब आपको बताते हैं कि माजरा दरअसल है क्या। हुआ ये कि चीन ने पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह तक खुद को जोड़ने के लिए सीपीईसी के तहत सड़क बनाने की तैयारी की। इस प्रोजेक्ट पर इमरान खान और उनकी सरकार ने पहले तो काफी उत्साह दिखाया, लेकिन बाद में हालात ऐसे बन गए कि कई जगह लोग चीन का विरोध करने लगे। चीन ने इस पर इमरान खान से बात की, लेकिन उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया। सूत्रों के मुताबिक इस बीच, चीन को पता चला कि इमरान खान ने अमेरिका तक खास संदेश पहुंचाया है। ये संदेश था कि अगर अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को सीपीईसी जैसा प्रोजेक्ट मिले, तो चीन के प्रोजेक्ट से पाकिस्तान सरकार हाथ खींच लेगी। बस यही बात चीन को पता चल गई और उसने इमरान के पैरों के नीचे से जमीन खिसकाने की पूरी व्यवस्था कर दी।

imran and general bajwa

इमरान के लिए मुसीबत उनकी सरकार के ऊर्जा मंत्री हमाद अजहर भी बने। हमाद ने चीन को चिट्ठी लिखी कि स्टेट ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना की सीईटी इकाई को अभी 875 करोड़ मिले हैं और पाकिस्तान की देनदारी 1235 करोड़ है। अगर 24 मार्च तक भुगतान नहीं हुआ, तो समझौते का उल्लंघन माना जाएगा। बता दें कि पाकिस्तान पर चीन की कंपनियों के 230 करोड़ डॉलर बकाया हैं। पाकिस्तान ने 140 करोड़ डॉलर के भुगतान का वादा किया, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ये सारी बातें भी इमरान के खिलाफ चीन को भड़काने में मददगार बनीं।