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Israel Hamas War: हमास से जारी जंग के बीच तेल अवीव पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति, किया इजराइल को समर्थन देने का ऐलान

Israel Hamas War: युद्ध ने पूरी दुनिया को दो गुटों में बांट दिया है। एक ऐसा गुट है, जो कि इजराइल का समर्थन कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ से एक ऐसा गुट है, जो कि फिलिस्तीन के समर्थन में है। अधिकांश यूरोपीय खेमों के देश के इजराइल के समर्थन में है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई अन्य देश शुमार हैं।

नई दिल्ली। इजराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध जारी है। अब तक दोनों ओर से हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दो टूक कह दिया है कि हम जब तक हमास का नामो-निशान नहीं मिटा देते। तब तक चैन की नींद नहीं सोएंगे। इसी कड़ी में बीते दिनों इजराइल ने फिलिस्तीन के गाजा पट्टी इलाके में हमला किया था। जिसमें कई लोग मारे गए थे, जिसके बाद कई मुस्लिम देशों ने इजराइल के इस कदम की निंदा की थी और उससे युद्ध पर विराम लगाने की अपील की थी, लेकिन इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू स्पष्ट कर चुके हैं कि जब तक हम आतंकी संगठन हमास को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देते हैं। तब तक हमारा हमला बदस्तूर जारी रहेगा।

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उधर, इस युद्ध ने पूरी दुनिया को दो गुटों में बांट दिया है। एक ऐसा गुट है, जो कि इजराइल का समर्थन कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ से एक ऐसा गुट है, जो कि फिलिस्तीन के समर्थन में है। अधिकांश यूरोपीय खेमों के देश के इजराइल के समर्थन में है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई अन्य देश शुमार हैं। बीते दिनों इजराइल के प्रति अपना समर्थन जाहिर करने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शामिल हैं। वहीं, बीते दिनों इस संदर्भ में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इजराइल के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था। उन्होंने इस संदर्भ में बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और उन्हें खुला समर्थन भी दिया, जिस पर बेंजामिन ने भारत का आभार प्रकट किया, लेकिन इस बीच जब अमेरिका ने फिलिस्तीन राहत सामग्री पहुंचाई, तो वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को लेकर सवाल उठ खड़े उठे।

वहीं, अब खबर है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों राजधानी तेल अवीव इजराइल का समर्थन करने पहुंचे। इस बीच उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन ने नेतन्याहू से मुलाकात की थी और इस युद्ध के समय इजराइल का समर्थन करने का ऐलान किया। बता दें कि इससे पहले ऋषि सुनक और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पहुंचे थे और इजराइल का समर्थन करने का ऐलान किया था। अब ऐसे में आगामी दिनों में वैश्विक मंच पर इस पूरे मुद्दे को लेकर भारत की भूमिका कैसी रहती है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।