नई दिल्ली। भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 6 मार्च को हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर रियाज नायकू ढेर हो गया। लेकिन भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद हिजबुल मुजाहिदीन का मुखिया सैयद सलाहुद्दीन सदमे में आ गया है।
कश्मीर घाटी में हिजबुल कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद सलाहुद्दीन ने कहा कि भारत का पलड़ा भारी है। जनवरी से अब तक हमारे 80 आतंकी मारे गए हैं। सलाहुद्दीन ने कबूल किया है कि भारत के जवान आतंकियों के हर मंसूबे को नाकाम करने में सफल हुए हैं।
तीन दिन पहले मारा गया था रियाज नायकू
गौरतलब है कि तीन दिन पहले जम्मू कश्मीर में रियाज नायकू मारा गया था, नाइकू की मौत से आतंकियों हड़कंप मचा हुआ है। सलाहुद्दीन ने कहा कि हमारे पढ़े लिखे आतंकी मारे गए हैं। पाकिस्तान एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था जिसमें उसने ये बाते कही।
उसने कहा, ”कल मारे गए अपने एक साथी के साथ इसमें शक नहीं कि हमको बहुत दिली सदमा पहुंचा है। लेकिन दोस्तों-बुजुर्गों ये मारे जाने का सिलसिला हमारे लिए पहले दिन से ही चला आ रहा है। सिर्फ जनवरी 2020 से आज तक 80 मुजाहिदीन मारे गए हैं और सब के सब काफी पढ़े लिखे थे। उसने जिहादियों की तारीफ करते हुए वहां बैठे लोगों को संबोधित करते हुए ये भी कहा कि मौजूदा समय में भारत का पलड़ा काफी भारी है।
Hizbul Mujahideen Chief Syed Salahuddin claims responsibility for the Handwara (J&K) terror attack pic.twitter.com/OJJptxPxCX
— ANI (@ANI) May 9, 2020
खुद खुद सैयद सलाहुद्दीन भी खतरे में हो सकता है- रक्षा विशेषज्ञ
इस पूरे घटनाक्रम पर बोलते हुए सैयद सलाउद्दीन का एक वीडियो सामने आने के बाद रक्षा मामलों के जानकार जीडी बख्शी ने कहा कि भारत की नीति अब पहले की तरह सिर्फ रक्षात्मक नहीं रही है। खुद सैयद सलाहुद्दीन भी खतरे में हो सकता है। उन्होंने कहा कि उरी की घटना के बाद पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक हुआ इसके बाद बालाकोट में भारत ने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया।
इसके बाद पाकिस्तान करीब एक साल तक चुप रहा। वहीं डिफेंस एक्सपर्ट केके सिन्हा ने कहा कि बुरहान वानी के बाद हिजबुल का पूरा दारोमदार रियाज नायकू कंधे पर था। इसके मारे जाने के बाद से हिजबुल को बहुत बड़ा झटका लगा है। अब इंटेलीजेंस एजेंसियां ये कयास लगा रही हैं कि आखिर आने वाले वक्त में हिजुबल का कमांडर किसे बनाया जाएगा।