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Narendra Modi Congratulates Keir Starmer : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कीर स्टार्मर को दी बधाई, ऋषि सुनक को दिया धन्यवाद, जानिए ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन से भारत के साथ संबंधों पर क्या फर्क पड़ेगा

Narendra Modi Congratulates Keir Starmer : लेबर पार्टी ने अपने चुनावी मेनिफेस्टो में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर जोर दिया था। कीर ने वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो भारत के साथ नई रणनीतिक साझेदारी विकसित की जाएगी। इससे पहले कश्मीर मामले में भी कीर अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर आवाज उठा चुके हैं।

नई दिल्ली। ब्रिटेन में चुनाव के नतीजों के बाद अब सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। 14 साल बाद लेबर पार्टी की ब्रिटेन की सत्ता में वापसी हुई है। सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वहीं भारत के नरेंद्र मोदी कीर स्टार्मर को उनकी जीत के लिए बधाई दी है।

मोदी ने सोशल मीडिया पर @Keir_Starmer को संबोधित करते हुए लिखा, ब्रिटेन के आम चुनावों में उल्लेखनीय जीत के लिए आपको को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। मोदी ने कहा, मैं आपसी विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने, सभी क्षेत्रों में भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सकारात्मक और रचनात्मक सहयोग की आशा करता हूं।

इसके साथ पीएम मोदी ने ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नाम भी एक मैसेज लिखा है। मोदी ने यूके के सराहनीय नेतृत्व और अपने कार्यकाल के दौरान भारत और यूके के बीच संबंधों को गहरा करने में सक्रिय योगदान के लिए ऋषि सुनक को धन्यवाद देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी हैं। उधर, कीर स्टार्मर के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद अब ये कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत और ब्रिटेन के बीच भविष्य में संबंधों पर क्या फर्क पड़ेगा?

वैसे लेबर पार्टी ने अपने चुनावी मेनिफेस्टो में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर जोर दिया था। कीर ने वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो भारत के साथ नई रणनीतिक साझेदारी विकसित की जाएगी। इससे पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के एक महीने बाद ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने एक आपात प्रस्ताव पास किया था। इस प्रस्ताव में मांग की गई थी कि अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को कश्मीर में जाने दिया जाए और लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार मिले। उस समय कीव स्टार्मर ने अपनी ही पार्टी का विरोध करते हुए कहा था कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें हमें पड़ने की जरूरत नहीं है।