इस्लामाबाद। तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने से सबसे ज्यादा खुश पाकिस्तान है। इसमें भी पाकिस्तान पर शासन कर रहे इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ PTI में सबसे ज्यादा जश्न मन रहा है। इस जश्न की वजह अब समझ में आ रही है। पीटीआई की एक नेता ने तालिबान से कश्मीर के मसले पर एक खास उम्मीद जताई है। नीलम इरशाद शेख का कहना है कि पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की। अब तालिबान भी पाकिस्तान की मदद करेंगे और कश्मीर जीतकर पाकिस्तान को देंगे। एक टीवी चैनल के डिबेट में नीलम ने कहा कि इमरान खान की सरकार ने पाकिस्तान का सम्मान बढ़ाया है। तालिबान ने कहा है कि आपके साथ हैं और इंशा अल्लाह वे कश्मीर जीतकर हमें देंगे। जब एंकर ने पूछा कि कश्मीर को जीतकर तालिबान देंगे, ये किसने कहा ? तो नीलम ने कहा कि हमारी फौज और सरकार ताकतवर हैं।
अब तालिबान का साथ मिलना तय है। नीलम के इस बयान से आतंक फैला रहे तालिबान और पाकिस्तान के गठजोड़ को लेकर लग रहा आरोप सही साबित हो रहा है। पहले भी अफगानिस्तान में रूस और अमेरिका के खिलाफ जंग लड़ने के लिए पाकिस्तान के कबायली इलाकों से हजारों आतंकी अफगानिस्तान गए थे। दो दिन पहले ही आईएसआई चीफ के तालिबान नेताओं के साथ नमाज अदा करने की फोटो सामने आई थी। अमेरिका को भी पाकिस्तान ने जमकर चूसा है। साल 2002 से 2018 तक पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में मदद के नाम पर अमेरिका से 33 अरब डॉलर की मदद ली थी। इसमें से 14 अरब डॉलर से ज्यादा पाकिस्तानी सेना को मिले थे। पिछले करीब 16 साल में अमेरिका से पैसा लेने के बावजूद पाकिस्तान ने अमेरिका की मदद सिर्फ नाम के वास्ते की।
After selling the chooran of invading Kashmir for 75 years, now Pakistan should hope that Taliban wins Kashmir for them? ??♀️ pic.twitter.com/YvETuuS264
— Naila Inayat (@nailainayat) August 24, 2021
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में सदानंद धूमे ने अपने लेख में ये बात भी लिखी। बीते दिनों अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में साफ कहा था कि दक्षिण एशिया और आसपास के देशों में हर तरह की गड़बड़ी के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। बता दें कि ट्रंप ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद रोक दी थी। जिसके बाद अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते खराब हो गए थे।