newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Saudi Arab Embassy : अब सऊदी अरब ने भी फेर लिया अफगानिस्तान से मुंह, आखिर सऊदी ने क्यों बंद किया अपना दूतावास?

Saudi Arab Embassy : तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, “सऊदी अरब दूतावास को बंद करने की बात सही नहीं है। उनके राजनयिकों को सऊदी अरब में एक सप्ताह के प्रशिक्षण के लिए कहा गया है। वे इसीलिए गए हैं और जल्द वापस आएंगे। इस संबंध में अफवाहें बिल्कुल सत्य नहीं हैं।”

नई दिल्ली। जब से अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आया है तभी से ज्यादातर यूरोपीय देशों ने अपने दूतावास अफगानिस्तान के भीतर बंद कर दिए, लेकिन अब मुस्लिम देश की अफगानिस्तान से दूरी बनाने लगे हैं। सऊदी अरब ने अफगानिस्तान में अपना दूतावास बंद कर दिया है। इसके अलावा चेक गणराज्य की सरकारों ने भी तालिबान शासित अफगानिस्तान में अपने दूतावासों को बंद कर दिया है। कई देश तो पाकिस्तान या कतर से ही अफगानिस्तान का काम देख रहे हैं। इस कदम को अफागनिस्तान के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि यह काबुल और अन्य देशों केराजनयिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है, टोलो न्यूज ने विश्लेषकों के अनुसार बताया है कि अफगानिस्तान में विदेशी राजनयिक मिशनों की उपस्थिति महत्वपूर्ण है। ऐसे में दूतावासों के बंद होने से अफगानिस्तान वैश्विक स्तर पर प्रभाव पड़ेगा।

आपको बता दें कि इस बारे में बात करते हुए राजनीतिक विश्लेषक सैयद जावद सिजाद ने कहा,”एक देश के दूतावास को दूसरे देश में बंद करने का अर्थ है राजनयिक संबंधों को कम करना।” इस बीच,एक पूर्व राजनयिक अजीज मारिज ने कहा,“एक प्रमुख इस्लामी शक्ति के रूप में काबुल में सऊदी अरब के दूतावास होने या काबुल से राजनयिक संबंध होने का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है;विशेष रूप से यह कई इस्लामिक देशों को तालिबान के साथ संबंधों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का काम कर रहा है।”

गौरतलब है कि एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान द्वारा नियुक्त एक प्रवक्ता ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है और कहा है कि सऊदी दूतावास के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए काबुल छोड़ा है और वे जल्द ही वापस आएंगे। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, “सऊदी अरब दूतावास को बंद करने की बात सही नहीं है। उनके राजनयिकों को सऊदी अरब में एक सप्ताह के प्रशिक्षण के लिए कहा गया है। वे इसीलिए गए हैं और जल्द वापस आएंगे। इस संबंध में अफवाहें बिल्कुल सत्य नहीं हैं।”