newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Corona: अमेरिका में बच्चों को शिकार बनाने लगा Omicron, 5 साल से कम उम्र वालों पर असर

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के डेटा के मुताबिक अमेरिका में हर रोज करीब 2 लाख नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं। नए साल के दौरान मरीजों की तादाद और बढ़ सकती है। वहां के महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची के मुताबिक बाइडेन सरकार टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ा रही है।

वॉशिंगटन। दुनियाभर में फैला कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट अमेरिका में सबसे बुरी तरह फैलने लगा है। इस वैरिएंट से अब बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। ये जानकारी व्हाइट हाउस की तरफ से दी गई है। व्हाइट हाउस के मुताबिक बड़ी तादाद में बच्चे अस्पतालों में भर्ती हैं। न्यूयॉर्क में तो 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दर 4 गुना बढ़ी है। अमेरिकी सरकार के मुताबिक अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों में से 50 फीसदी 5 साल से कम उम्र के हैं। बच्चों को अभी अमेरिका में वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है। यानी साफ है कि वैक्सीन की डोज ओमिक्रॉन की वजह से अस्पतालों में भर्ती या मौत के मामलों को रोकती है।

dr anthony fauci

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के डेटा के मुताबिक अमेरिका में हर रोज करीब 2 लाख नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं। नए साल के दौरान मरीजों की तादाद और बढ़ सकती है। वहां के महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची के मुताबिक बाइडेन सरकार ने टेस्टिंग की रफ्तार काफी कम रखी थी। इसे बढ़ाया जा रहा है। फाइची के मुताबिक अभी बहुत सतर्कता की जरूरत है। अमेरिका में तमाम फ्लाइट्स कोरोना के कारण कैंसल की गई हैं। डॉ. फाउची का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन के ज्यादा लक्षण भले न हों, लेकिन ये तेजी से फैल रहा है। हेल्थ सर्विस पर इस वजह से काफी दबाव आ रहा है।

usa hospital

उधर, ब्रिटेन और यूरोप के देशों में भी कोरोना का कहर जारी है। यहां डेल्टा वैरिएंट के अलावा ओमिक्रॉन भी फैल रहा है। ब्रिटेन में हर रोज करीब 1 लाख मरीज मिल रहे हैं। वहीं, फ्रांस, नीदरलैंड जैसे देशों में भी हालात काफी गंभीर हैं। इटली में डेल्टा वैरिएंट ने जबरदस्त कहर बरपाया था। वहां हजारों लोगों की मौत हुई थी। इस वजह से इटली की सरकार ने ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। नीदरलैंड में लॉकडाउन चल रहा है। यहां के लोगों ने हालांकि इसके विरोध में रैलियां निकाली थीं। ब्रिटेन में नाइट क्लब बंद कर दिए गए हैं। यहां भी पीएम बोरिस जॉनसन ने हालात को देखते हुए कुछ और कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं।