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Pakistan: बढ़ती महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान को अब ‘बिजली का झटका’, फिर भी आवाम में बरगलाने में जुटे इमरान

Pakistan: पाकिस्तान की जनता इस वक्त बेहद खराब हालात में दिख रही है। जहां पेट्रोल डीजल और चीनी की बढ़ती की कीमतों की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तो वहीं अब बिजली के लिए भी पाकिस्तान की आवाम को ज्यादा पैसे देने होंगे।

नई दिल्ली। पाकिस्तान की जनता इस वक्त बेहद खराब हालात में दिख रही है। जहां पेट्रोल डीजल और चीनी की बढ़ती की कीमतों की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तो वहीं अब बिजली के लिए भी पाकिस्तान की आवाम को ज्यादा पैसे देने होंगे। दरअसल पाकिस्तान इलेक्ट्रिक पॉवर रेगुलेटरी अथॉरिटी की ओर से देश में बिजली के दाम बढ़ा दिए गए हैं। जिसके बाद से वहां लोगों को अब प्रति यूनिट 1.68 रुपये से ज्यादा का भुगतान करना होगा। तो वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इसके लिए भी भारत को ही जिम्मेदार बताते हुए जनता से झूठ बोला है।

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महंगी हुई बिजली?

पाकिस्तान इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी ने घरेलु उपयोग में आने वाली बिजली बिजली के दाम में 1.68 रुपये और कॉमर्शियल बिजली के दाम में 1.39 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। हालांकि सरकार की ओर से उन लोगों को राहत दी गई है जो महीने में 200 यूनिट तक बिजली का इस्तेमाल करते हैं। उनके लिए यह नई दरें लागू  की जाएंगी। ए रिपोर्ट के मुताबिक बिजली की कीमतों में इजाफे के बाद प्रति वर्ष 135 बिलियन का मुनाफा होगा।

भारत का नाम लेकर बोल रहे झूठ

वहीं पाकिस्तान में बढ़ रही महंगाई पर इमरान खान जनता से भारत का नाम लेकर इमरान खान झूठ बोल रहे हैं। 5 नवंबर को एक कार्यक्रम के दौरान इमरान खान ने अपने भाषण में कहा कि भारत में पेट्रोल 250 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। जबकि यहां 140 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। इस दौरान इमरान खान अपनी सरकार का बचाव करते हुए भी नज़र आए।

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पाक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो देश (पाकिस्तान) फिलहाल चीनी संकट का सामना कर रहा है और इसका मौजूदा स्टॉक केवल 15 दिन और चलेगा। इसे लेकर अब पाक पीएम इमरान खान के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पीटीआई सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गए हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने महंगाई को लेकर निशाना साधते हुए कहा, ‘संकट के बावजूद इमरान खान के पास अपने भाषणों के जरिए जुबानी सेवाएं देने से बेहतर कुछ नहीं है।’