नई दिल्ली। पाकिस्तान जाकर वहां से भारत विरोधी खबरें बनाने की कोशिश को मोदी सरकार ने नाकाम कर दिया है। सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए पांच विदेशी पत्रकारों को अपनी जमीन से पाकिस्तान जाने देने से रोक दिया। इस पर पाकिस्तान हाय-तौबा मचा रहा है। सभी विदेशी मीडिया के दफ्तर भारत में हैं। इनमें से पांच संस्थानों के पत्रकार पाकिस्तान जाने की मंजूरी मांग रहे थे, लेकिन मोदी सरकार ने साफ कह दिया कि हमारी जमीन से होकर आप पाकिस्तान नहीं जा सकते।
दरअसल, बालाकोट हमलों के बाद विदेशी मीडिया ने पाकिस्तान की जमीन से रिपोर्टिंग करते हुए उसी का पक्ष दिखाया था। विदेशी मीडिया में से ज्यादातर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भी या तो विवादित बताता है या उसे पाकिस्तान का हिस्सा करार देता है। ऐसा पहली बार हुआ है कि विदेशी मीडिया के खिलाफ भारत की किसी सरकार ने ऐसा सख्त रुख अपनाया है।
India has refused to allow five foreign journalists permission to visit Pak, they were supposed to attend 5th August session of Azad Kashmir Assembly, so much of #FreedomofExpression we want India to allow independent Journalists to visit IOK and let them report facts
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) August 4, 2021
मोदी सरकार के इस फैसले पर पाकिस्तान ने हाय-तौबा मचानी शुरू कर दी है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने ट्वीट करके कहा है कि आजाद कश्मीर की असेंबली के 5 अगस्त को होने वाले सत्र में विदेशी पत्रकार शामिल होने वाले थे, लेकिन भारत ने उन्हें आने से रोक दिया। हम चाहते हैं कि भारत आजा पत्रकारों को अपने कश्मीर में जाने और वहां से हकीकत की रिपोर्टिंग करने दे।
बता दें कि पाकिस्तान ने कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। बीते दिनों यहां की पाकिस्तान परस्त असेंबली के चुनाव हुए थे। सेना की मदद से इमरान खान की पार्टी ने असंबेली में बहुमत हासिल कर लिया था। भारत ने इसके बाद पाकिस्तान से फिर कहा था कि वह गुलाम कश्मीर से अपना अवैध कब्जा खत्म करे।