इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान एक बार फिर बड़ी गलती कर चुके हैं। इस गलती का खामियाजा पाकिस्तान को उठाना पड़ सकता है और ये खामियाजा काफी भारी भी पड़ सकता है। एक तरफ यूक्रेन पर हमले की वजह से अमेरिका और पश्चिमी देश रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं, वहीं पाकिस्तान ने रूस के साथ नया व्यापार समझौता किया है। यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद रूस से व्यापार समझौता करने वाला पहला देश भी पाकिस्तान हो गया है, लेकिन यही समझौता उसके गले की हड्डी भी बन सकता है। इससे पाकिस्तान ऐसा फंस सकता है कि बचने का रास्ता भी शायद ही मिले।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान उसी दिन रूस में थे, जब उसने यूक्रेन पर हमला किया था। इमरान ने मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात की थी। दोनों के बीच महज 9 मिनट ही बातचीत हुई थी, लेकिन देश लौटते ही इमरान खान ने रूस से समझौते को हरी झंडी दिखा दी। इमरान खान ने कहा है कि रूस से पाकिस्तान करीब 20 लाख टन गेहूं और प्राकृतिक गैस का आयात करेगा। जबकि, अमेरिका और पश्चिमी देश इस कोशिश में जुटे हैं कि दुनिया का कोई भी मुल्क रूस से किसी तरह का व्यापार न करे।
इस बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने ये कहते हुए बचाव किया कि पाकिस्तान के आर्थिक हितों को रूस से समझौते की जरूरत है। इमरान खान ने कहा कि रूस के दो दिन के दौरे पर वो इसलिए गए थे, क्योंकि पाकिस्तान को गेहूं और प्राकृतिक गैस की जरूरत है और रूस से ये चीजें मिल सकती हैं। बता दें कि पाकिस्तान को उसके पुराने दोस्तों चीन, सऊदी अरब और यूएई ने और कर्ज देने से साफ इनकार कर दिया है। ऐसे में इमरान को रूस के पुतिन ही मददगार लग रहे हैं, लेकिन पुतिन से ये करीबी पाकिस्तान पर अमेरिका और पश्चिमी देशों की नजरें टेढ़ी कर सकती हैं और उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।