मस्कट। ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद अल सईद का 79 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। वे अरब में सबसे ज्यादा शासन करने वाले सुल्तान थे। सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सरकारी टीवी पब्लिक चैनल के ट्विटर के हवाले से कहा, “रॉयल कोर्ट के दीवान ने शोक तथा तीन दिन तक सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में आधिकारिक काम बंद करने तथा अगले 40 दिनों तक झंडा झुकाने की घोषणा की है।”
काबूस बिन सैद की मौत के बाद तीन दिन तक राष्ट्रीय शोक का अवकाश घोषित किया गया है। सुल्तान काबूस के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “सुल्तान काबूस बिन सईद अल सैद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। वह एक दूरदर्शी और राजनेता थे, जिन्होंने ओमान को एक आधुनिक और समृद्ध राष्ट्र में बदल दिया। वह हमारे क्षेत्र और दुनिया के लिए शांति के प्रतीक थे।”
Sultan Qaboos was a true friend of India and provided strong leadership for developing a vibrant strategic partnership between India and Oman. I will always cherish the warmth and affection I received from him. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 11, 2020
वहीं दूसरे ट्वीट के जरिए पीएम मोदी ने सुल्तान की तारीफ की। उन्होंने लिखा, “सुल्तान काबूस भारत के सच्चे मित्र थे और उन्होंने भारत और ओमान के बीच एक अच्छी रणनीतिक साझेदारी विकसित करने के लिए मजबूत नेतृत्व प्रदान किया. मैं हमेशा उनसे मिली गर्मजोशी और स्नेह को संजोकर रखूंगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
मीडिया के अनुसार, ओमान पर लगभग आधी सदी तक शासन करने वाले सुल्तान अविवाहित थे और उनका कोई वारिस या नामित उत्तराधिकारी नहीं था।बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेल्जियम में स्वास्थ्य जांच और इलाज के बाद पिछले महीने वे स्वदेश लौटे थे। सुल्तान काबूस ने 1970 में 29 वर्ष की अवस्था में ब्रिटेन के सहयोग से अहिंसक रूप से अपने पिता का तख्तापलट कर दिया था। उसके बाद उन्होंने देश की तेल संपदा का उपयोग कर उसे विकास के मार्ग पर अग्रसर किया था। सल्तनत के बेसिक स्टेट्यूट के अनुसार, खाली हुए पद को भरने के लिए 50 पुरुष सदस्यों वाली रॉयल फेमिली काउंसिल के सदस्यों को तीन दिन के अंदर नया सुल्तान चुनना चाहिए।
परिवार अगर राजी नहीं होता है तो रक्षा परिषद के सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के चेयरमैन, सलाहकार परिषद और राज्य परिषद एक सीलबंद लिफाफा खोलेंगे, जिसमें सुल्तान काबूस ने गोपनीय रूप से अपनी पसंद का नाम रिकॉर्ड किया था। इसके बाद वे उस व्यक्ति को नए सुल्तान के रूप में नियुक्त कर देंगे। ओमान में सर्वोच्च निर्णायक सुल्तान होता है। उसके पास प्रधानमंत्री, सैन्य बलों का सुप्रीम कमांडर होता है और उसके पास रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय होते हैं।