नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने खतरे की घंटी बजा दी है। संस्था के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। संगठन ने कहा है कि अभी कदम उठाकर ही कोरोना को बेकाबू होने से रोका जा सकता है। WHO के चीफ टेड्रॉस ए. गेब्रेयेसिस ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर अभी शुरुआती दौर में है। इस लहर की वजह वायरस का डेल्टा वैरिएंट है। उन्होंने बताया कि यह वैरिएंट 111 देशों में फैल चुका है। फिलहाल इसके मरीज कम हैं, लेकिन लापरवाही की गई, तो पहले से भी ज्यादा लोगों की जान को खतरा पैदा हो सकता है।
टेड्रॉस ने कहा कि कोरोनावायरस लगातार बदल रहा है। इस बदलाव के साथ यह लगातार घातक हो रहा है। उन्होंने कहा कि तेजी से फैलते डेल्टा वैरिएंट से हर देश के सामने नई मुश्किल खड़ी हो सकती है। इस बीच, भारत के कई राज्यों में मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। हैदराबाद में ऑक्सीजन वाले बेड की डिमांड पिछले कुछ दिनों में बढ़ने की खबर है। केरल और महाराष्ट्र में भी मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट नहीं हो रही है।
बता दें कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रो वाइस चांसलर डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने बीते दिनों दावा किया था कि 4 जुलाई से ही देश में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। उन्होंने यह दावा इस साल फरवरी में कोरोना मरीजों के डेटा को आधार मानकर किया था। केंद्र सरकार को इस बारे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी आगाह किया था। जिसके बाद केंद्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर बाजार और टूरिस्ट प्लेस में भीड़भाड़ कम करने के लिए तुरंत सलाह दी थी।