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PM Modi: रूस के बाद अब अमेरिका ने माना पीएम मोदी का लोहा, अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा, ‘भारत दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था में से एक’

PM Modi : ‘भारत जिस तरह से विपरीत परिस्थितयों में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूती से संभालते हुए दुनिया को लीड कर रहा है और पूरा विश्व उसकी तारीफ कर रहा है। ऐसे में साफ है कि पीएम मोदी को पूरी दुनिया अब ग्लोबल लीडर मान चुकी है। पूरा विश्व यह मान चुका है कि दुनिया भर के देशों को सिर्फ यही करिश्माई व्यक्तित्व एक नई दिशा दे सकता है।’

नई दिल्ली। बीते दो दशकों के दौरान भारत और अमेरिका के बीच रिश्तो में काफी सुधार हुआ है। दोनों देशों ने अपने रिश्तो को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए रक्षा साझेदारी, व्यापार और तकनीकी सहयोग का सहारा लिया है। वही अगर बात करें भारत की तो पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद उन्होंने भारत अमेरिकी संबंधों पर जोर दिया और एक समय तक जहां प्रधानमंत्री मोदी के घुसने पर भी बैन था, वह अमेरिका आज पीएम मोदी का कायल है। लेकिन सिर्फ अमेरिका में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जलवा बढ़ता ही जा रहा है। आखिर कुछ तो ऐसी बात है पीएम मोदी में जिससे कि विश्व के बड़े-बड़े देश उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे। महज आठ वर्षों में पीएम मोदी ने भारत को किन बुलंदियों पर पहुंचा दिया है, इसका एहसास अपने देश के विपक्ष और कुछ लोगों को भले न हो, लेकिन दुनिया के सारे देश उनके जादू का अनुभव कर रहे हैं।

भारत जिस तरह से विपरीत परिस्थितयों में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूती से संभालते हुए दुनिया को लीड कर रहा है और पूरा विश्व उसकी तारीफ कर रहा है। ऐसे में साफ है कि पीएम मोदी को पूरी दुनिया अब ग्लोबल लीडर मान चुकी है। पूरा विश्व यह मान चुका है कि दुनिया भर के देशों को सिर्फ यही करिश्माई व्यक्तित्व एक नई दिशा दे सकता है।

पीएम मोदी का व्यक्तित्व कुछ ऐसा है कि उनके करिश्मे के आगे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के प्रभावशाली लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते। पूरी दुनिया आज पीएम मोदी को सलाम ठोकती है। विजन ऐसा कि दुनिया को एक नई दिशा मिल सके, सोलर अलायंस की बात हो या फिर पर्यावरण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की संजीदगी। ये हमें दिखाता है कि आखिर एक वैश्विक व्यक्तित्व का निर्माण किस तरीके से होता है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बाद अब अमेरिका ने भी खुलकर पीएम मोदी और भारत की तारीफ की है।

भारत दौरे पर आई अमेरिका की ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन  ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में पीएम मोदी ने पुतिन से बिल्कुल सही कहा था कि “यह युग युद्ध का नहीं है” ….इस वजह से यूक्रेन में लाखों लोग गरीबी और भुखमरी का सामना करने कर रहे हैं। दुनिया के अन्य कई देशों में भी भारी खाद्य और ऊर्जा संकट पैदा हुआ है। इसलिए पीएम मोदी वहां बिल्कुल सही थे। सिर्फ लोकतंत्र ही लोगों का उद्धार कर सकता है। येलेन ने कहा कि कठिन समय हमारी परीक्षा लेता है, लेकिन मेरा मानना ​​​​है कि चुनौतियां भारत और अमेरिका को पहले से कहीं ज्यादा करीब ला रही हैं।

दुनिया की सबसे तेज उभरती अर्थव्यवस्था भारत

आपको बता दें कि प्रेस वार्ता के दौरान जेनेट येलेन ने पीएम मोदी के विजन की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार ऊंचाइयां छू रहा है। उन्होंने कहा कि अब भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसमें किसी को भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए। येलेन ने कहाकि हम महामारी के प्रभाव से निपट रहे हैं। मगर यूक्रेन में पुतिन के बर्बर युद्ध से सभी देशों की अर्थव्यवस्था गिर रही है और व्यापक आर्थिक तंगी आ रही है। येलेन ने कहा कि ट्रेजरी सचिव के रूप में यह भारत की मेरी पहली यात्रा है, मुझे यहां आकर खुशी हो रही है, क्योंकि भारत अपनी आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है और जी20 का अध्यक्ष बनने की तैयारी कर रहा है।

आपको बता दें कि भारत का लोहा मानते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी भारत को अमेरिका के अपरिहार्य भागीदारों में से एक कहा है।। उन्होंने कहा कि अब भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसमें किसी को भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए। येलेन ने कहाकि हम महामारी के प्रभाव से निपट रहे हैं। मगर यूक्रेन में पुतिन के बर्बर युद्ध से सभी देशों की अर्थव्यवस्था गिर रही है और व्यापक आर्थिक तंगी आ रही है।

इसके साथ ही वित्त मंत्री येलेन ने कहा कि ट्रेजरी सचिव के रूप में यह भारत की मेरी पहली यात्रा है, मुझे यहां आकर खुशी हो रही है, क्योंकि भारत अपनी आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है और जी20 का अध्यक्ष बनने की तैयारी कर रहा है। कई रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण साझेदारियां अमेरिका और भारत मिलकर कर रहे हैं। चाहे वह एशिया पेसिफिक में चीन को काउंटर करने के लिए अमेरिकी प्लान के तहत भारत की महत्वपूर्ण स्थिति की बात हो, या फिर चीनी व्यापार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सीमित करने के लिए भारत का सहयोग लेने की बात हो, अमेरिका हर तरह से भारतीय महत्वाकांक्षाओं को ध्यान में रखकर भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है।