लुसाका। जाम्बिया सरकार के अनुसार, जाम्बिया के पहले राष्ट्रपति केनेथ कौंडा (Kenneth Kaunda) का 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। कैबिनेट सचिव साइमन मिती ने गुरुवार को बताया कि दोपहर ढाई बजे कौंडा का निधन हो गया। देश की राजधानी लुसाका में एक सैन्य अस्पताल, मेन सोको अस्पताल में उन्हें सोमवार को भर्ती कराया गया था। कौंडा की मौत के कारणों का खुलासा अभी नहीं किया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कौंडा के कार्यालय ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि प्रारंभिक परीक्षणों से संकेत मिलता है कि उन्हें निमोनिया है। जाम्बिया के राष्ट्रपति एडगर लुंगु ने पूर्व राष्ट्रपति के लिए 21 दिनों के शोक की घोषणा की है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केनेथ कौंडा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने लिखा, ‘डॉ. केनेथ डेविड कौंडा के निधन की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं। वह एक सम्मानित वैश्विक नेता और बेहतरीन राजनेता थे। उनके परिवार और जांबिया की जनता के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’
Saddened to hear of the demise of Dr. Kenneth David Kaunda, a respected world leader and statesman. My deepest condolences to his family and the people of Zambia.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 17, 2021
मिती ने स्टेट-ब्रॉडकास्टर, जाम्बिया नेशनल ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन पर कहा कि सरकार कोविड-19 महामारी के अनुरूप अंतिम संस्कार की विस्तृत व्यवस्था करेगी। लुंगू ने कहा कि उन्हें आज दोपहर कौंडा के निधन के बारे में बड़े दुख के साथ पता चला। लुंगु ने गुरुवार को अपने फेसबुक पेज पर लिखा, पूरे देश की ओर से और अपनी ओर से मैं प्रार्थना करता हूं कि पूरे कौंडा परिवार को सांत्वना मिले, क्योंकि हम अपने पहले राष्ट्रपति और सच्चे अफ्रीकी आइकन का शोक मनाते हैं।
1924 में पैदा हुए कौंडा ने जाम्बिया के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और 1964 से 1991 तक देश के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।राजनीति से अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से, कौंडा ने अपनी संस्था केनेथ कौंडा चिल्ड्रन ऑफ अफ्रीका फाउंडेशन के माध्यम से एचआईवी/एड्स के खिलाफ लड़ाई के लिए अपना समय समर्पित किया था।