नई दिल्ली। नार्थ कोरिया का सनकी तानाशाह किम जोंग उन न्यूक्लियर वार छेड़ने की तैयारी में है। खुफिया रिपोर्ट इसी बात का इशारा कर रही है। इस बीच किम का एकदम नया और ताजा वीडियो सामने आया है। किम अपनी सत्तारूढ़ वर्कस पार्टी के पोलित ब्यूरो की मीटिंग कर रहा था। इस दौरान किम कोरोना से काफी डरा हुआ नजर आया। उसने हालांकि नार्थ कोरिया के कोरोना फ्री होने का ऐलान किया मगर उसका हावभाव बता रहा था कि उसके चेहरे पर कोरोना का खौफ हावी है। उसने पोलित ब्यूरो के दूसरे सदस्यों से दो मीटर की दूरी बनाए हुई थी। राजधानी प्योंगयांग में आयोजित बैठक के दौरान किम जोंग उन सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करता हुआ दिखाई दिया।
उत्तर कोरिया की ओर से जारी तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि किम जोंग उन के पास रखी कुर्सियों को हटा लिया गया है। माना जा रहा है कि किम जोंग और उनके सहयोगियों के बीच उचित दूरी बनी रहे, इसलिए इन कुर्सियों को हटाया गया।
खबरों के मुताबिक कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से तानाशाह किम जोंग उन इतना ज्यादा डर गए थे कि वह अप्रैल में अपनी निजी ट्रेन से राजधानी से बाहर चले गए थे। उनकी ट्रेन को वोनसन-काल्मा प्रायद्वीप में अपने एक निजी विला के पास देखा गया था। उस समय दक्षिण कोरिया से ऐसी खबरें आई थीं कि बेहद मोटे और कई बीमारियों से जूझ रहे किम जोंग उन की 12 अप्रैल को हार्ट सर्जरी हुई थी। ऐसी खबरें आई थीं कि किम जोंग उन सैर पर निकले थे, इसी दौरान गिर पड़े थे।
इससे पहले खबरें आईं थीं कि नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन परमाणु मिसाइलों से लैस पनडुब्बी लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। नॉर्थ कोरिया की इस तैयारी को इस बात से और भी बल मिला है कि बीते 27 मई को प्लैनेट लैब्स द्वारा जारी सिनपो साउथ शिपयार्ड की उपग्रह इमेजरी ने ऐसी एक बड़ी वस्तु की तस्वीर भी जारी की है। इससे इस बात को और बल मिल रहा है कि नॉर्थ कोरिया इसी तैयारी में लगा हुआ है। कुछ दिन पहले सेना के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी ऐसे संकेत मिले थे।
हालिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि दक्षिण कोरियाई खुफिया नॉर्थ कोरिया के सिनपो साउथ शिपयार्ड में गतिविधियों की निगरानी कर रहा है। ऐसे पूरे संकेत मिल रहे हैं कि नॉर्थ कोरिया एक नई बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी लॉन्च करने की तैयारी में लगा हुआ है। व्यावसायिक उपग्रह इमेजरी ने इस तरह के किसी निर्माण और फिनिशिंग या उनके संबंधित भागों में कोई उल्लेखनीय गतिविधि नहीं देखी है, जबकि बेसिन में दिखाई पड़ता है कि वहां पनडुब्बी का बर्थ है। खुफिया एजेंसियां लगातार इस पर नजर रखे हुए हैं।
उपग्रह से ये भी देखा जाता है कि एक लंबी सी कोई वस्तु है, इसकी लंबाई लगभग 16 मीटर है। यहां पर इसके होने के उद्देश्य का पता नहीं चल पाता है। इसके आसपास किसी तरह के उपकरण नहीं दिखाई देते हैं। इस चित्र को देखने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। ये भी कहा जा रहा है कि बीते दिनों जब किम जोंग उन लोगों के सामने नहीं आ रहा था तो कहीं वो इस तरह से मिसाइलों के परीक्षण पर करीब से निगरानी तो नहीं कर रहा था। अब वो उसका परीक्षण करने की तैयारी कर रहा हो।
नार्थ कोरिया की राज्य समाचार एजेंसी KCNA की ओर से बताया गया था कि किम जोंग उन ने एक बैठक की अध्यक्षता की थी, इस बैठक का उद्देश्य देश के “परमाणु युद्ध ” को बढ़ाना था। KNCA ने कहा था कि ऐसा कोरियाई पीपुल्स आर्मी के तोपखाने की क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इस बैठक में सेना को हाइ एलर्ट पर रहने के लिए कहा गया था जिससे इस तरह के मिसाइलों आदि का कम समय में ही परीक्षण किया जा सके। इससे पहले भी किम जोंग उन कह चुके हैं कि वो कम से कम समय में दुनिया पर परमाणु हमला करने की क्षमता रखते हैं।
ये मीटिंग नॉर्थ कोरिया की सेना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण थी। साथ ही ये भी कहा गया कि यदि ये मीटिंग इसी माह हुई है तो इसका मतलब ये है कि किम जोंग उन ने जिस उर्वरक फैक्ट्री का रिबन काटकर उद्घाटन किया था उसका कहीं न कहीं परमाणु बम से संबंध जरूर है।
इससे पहले ऐसी अफवाह उड़ाई गई थी कि किम की मौत हो गई है। उसे कई दिनों से आम जनता के बीच देखा नहीं जा रहा था। मगर जब वो 1 मई को इस उर्वरक कारखाने के उद्घाटन के मौके पर सामने आए तो सभी को हैरत हुई थी। एक बात ये भी कही जा रही थी कि जो शख्स उर्वरक कारखाने के उद्घाटन के मौके पर सभी के सामने आया था वो किम नहीं, बल्कि उनका हमशक्ल था। मगर इसके सत्यापन का कोई तरीका नहीं था।
अमेरिका नॉर्थ कोरिया से पहले ही अपने परमाणु कार्यक्रमों को रोकने के लिए कह चुका है मगर किम ने बात नहीं सुनी। इस वजह से अमेरिका ने उस पर कुछ प्रतिबंध भी लगा रखे हैं मगर इसके बाद भी वो अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखे हुए है।