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Pakistan: चीन और पाकिस्तान की दोस्ती में दरार, एक बार फिर खुली पाकिस्तान की पोल

Pakistan; पाकिस्तानी मीडिया के मूताबिक, ग्वादर पोर्ट पर पाकिस्तान ने अभी तक सिर्फ तीन ही परियोजनाओं को पूरा किया है। इन परियोजनाओं की लागत 30 करोड़ डॉलर से अधिक है। दूसरी तरफ 2 अरब डॉलर के कीमत वाली 12 से अधिक योजनाएं अभी तक लंबित पड़ी है। हैरान करने वाली बात ये है कि इन सभी परियोजनाओं को 2017 से पहले ही पूरा होना था।

नई दिल्ली। चीन की आड़ में भारत को आंख दिखाने वाला पाकिस्तान अब खुद चीन की नाराजगी का शिकार हो रहा है। पाकिस्तान हमेशा चीन से आशांए लगाए रहता है कि वो पाकिस्तान में ज्यादा से ज्यादा निवेश करें ताकि वहां की आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार का पहिया मिल सके। लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है। इसके पीछे की वजह लगातार आतंकियों द्वारा पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमले होना बताया जा रहा है। दरअसल, पिछले महीने पाकिस्तान के कराची शहर में तीन चीनी नागरिकों की हत्या होने के बाद चीन का पाकिस्तान से भरोसा कम हुआ है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल कि पाकिस्तान में लंबित पड़ी परियोजनाओं को चीन पुरा करेगा या नहीं?

Karachi

पाकिस्तानी डॉन न्यूज मूताबिक डिफ़ेस कमिटी के चेयरमैन सीनेटर मुशाहिद हुसैन ने कहा कि, “अपने नागरिकों और परियोजनाओं की रक्षा करने की पाकिस्तान की क्षमता पर से चीन का विश्वास गंभीर रुप से हिल गया है।” जानकारी के लिए बता दें कि जो पिछले महीने कराची यूनिवर्सिटी में हमला हुआ था वह आतंकियों द्वारा चीनी नागरिकों पर तीसरा हमला था।

2 अरब डॉलर की परियोजनाएं लंबित

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, ग्वादर पोर्ट पर पाकिस्तान ने अभी तक सिर्फ तीन ही परियोजनाओं को पूरा किया है। इन परियोजनाओं की लागत 30 करोड़ डॉलर से अधिक है। दूसरी तरफ 2 अरब डॉलर के कीमत वाली 12 से अधिक योजनाएं अभी तक लंबित पड़ी है। हैरान करने वाली बात ये है कि इन सभी परियोजनाओं को 2017 से पहले ही पूरा होना था।

shahbaz sharif

बता दें कि 2007 से 2022 तक पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर 10 हमले हो चुके हैं। इन हमलों में लगभग 23 से ज्यादा चीनी नागरिकों की मौत हो चुकी हैं।