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Russia-Ukraine War: रूस के आगे कभी भी यूक्रेन कर सकता है सरेंडर, ये है जंग का ताजा हाल

ताजा खबरों के मुताबिक यूक्रेन की राजधानी कीव से 15 मील दूर दक्षिण-पश्चिम इलाके में रूसी सैनिक पहुंच गए हैं। वहीं, यूक्रेन की सरकार ने दावा किया है कि उसकी सेना ने राजधानी कीव के दक्षिण में रूसी वायुसेना के आईएल-76 विमान को गिरा दिया।

कीव। यूक्रेन के खिलाफ रूस का हमला जारी है और फिलहाल ये लग रहा है कि पश्चिमी देशों की मदद के बावजूद यूक्रेन जल्दी ही रूस के सामने सरेंडर कर सकता है। यूक्रेन को बचाने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन समेत नाटो के देश सिर्फ आर्थिक और सैन्य मदद कर रहे हैं। नाटो देशों ने यूक्रेन में रूस से जंग के लिए अपनी सेना भेजने से साफ मना कर दिया है। वहीं, रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन में अपने पांव पसारते जा रहे हैं। ताजा खबरों के मुताबिक यूक्रेन की राजधानी कीव से 15 मील दूर दक्षिण-पश्चिम इलाके में रूसी सैनिक पहुंच गए हैं। रूस की सेना ने यूक्रेन के दक्षिण-पूर्व के बड़े शहर मेलिटोपोल पर भी कब्जा कर लेने का दावा किया है।

वहीं, यूक्रेन की सरकार ने दावा किया है कि उसकी सेना ने राजधानी कीव के दक्षिण में रूसी वायुसेना के आईएल-76 विमान को गिरा दिया। यूक्रेन की सरकार के मुताबिक इस विमान से पैराशूट के जरिए सैनिकों को कीव में उतारने की रूस ने कोशिश की थी, जो नाकाम कर दी गई। खबरों के मुताबिक कीव और यूक्रेन के अन्य शहरों में रूस की बमबारी जारी है। आसमान पर रूसी विमान गश्त कर रहे हैं। रूस ने कल दावा किया था कि उसने यूक्रेन के 150 से ज्यादा सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। यूक्रेन ने भी रूस को बड़ा नुकसान पहुंचाने का दावा किया था।

russia attacks ukraine 1

इस बीच, अमेरिका और उसके सहयोगी देश लगातार बाहर से यूक्रेन की मदद की कोशिश जारी रखे हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने यूक्रेन की मदद के लिए अपने यहां की संसद से 6.4 अरब डॉलर की मदद के प्रस्ताव को मंजूरी मांगी है। वहीं, अमेरिका के सहयोगी देश कनाडा ने भी रूस पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया है। इससे पहले अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय यूनियन, जापान और ताइवान ने रूस पर प्रतिबंध लगाए थे। यूक्रेन को रूस से भिड़ने के लिए सैन्य साजोसामान भी चाहिए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमोर जेलिंस्की ने कल सैन्य सामान देने की गुहार अमेरिका से लगाई थी। इसके बाद नाटो में शामिल पूर्व सोवियत संघ के साथी रहे पोलैंड ने कई ट्रकों में यूक्रेन की सेना के लिए हथियार भेजे हैं।