मॉस्को। रूस में बुधवार को एक विमान हादसा हुआ। इस हादसे में विमान में सवार 7 यात्रियों और चालक दल के 3 सदस्यों की मौत हो गई। दावा किया जा रहा है कि यात्रियों में रूस के वैगनर ग्रुप का प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन भी था। प्रिगोझिन ने इसी साल जून महीने में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ बगावत की थी। रूस की विमानन एजेंसी ने बताया है कि विमान हादसे में कोई भी जीवित नहीं बचा है और वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की भी इस हादसे में मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक येवगेनी प्रिगोझिन का ये निजी विमान था। विमान मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था। मॉस्को के उत्तर में स्थित वेर क्षेत्र में ये हादसे का शिकार हो गया।
#Breaking #Prigozhin #prigozyn #UkraineRussiaWar This footage clearly shows the plane of Prigozhin going down, whether it was shot or crashed has not et been confirmed. Prigozhin was a high profile individual who rebelled against Putin. He was disliked by the West too. pic.twitter.com/UN4sybw9aj
— News Detector (@LiveNewsPlace) August 23, 2023
येवगेनी प्रिगोझिन के विमान के हादसे का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें विमान को ऊंचाई से जमीन पर गिरते और बाद में आग के गोले में तब्दील होते देखा जा सकता है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि येवगेनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत हुई है और इस हादसे की जांच की जा रही है। प्रिगोझिन का जो एम्ब्रेयर विमान हादसे का शिकार हुआ, वो ब्राजील में बनता है और दुनिया के सबसे सुरक्षित निजी जेट में शुमार किया जाता है। इस बीच, सोशल मीडिया पर ये चर्चा भी हो रही है कि रूसी सुरक्षा बलों ने येवगेनी प्रिगोझिन के विमान को मार गिराया। हालांकि, इन दावों की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
येवगेनी प्रिगोझिन जिस वैगनर ग्रुप का प्रमुख था, वो भाड़े के सैनिकों का बल है। जून में प्रिगोझिन ने अपने लड़ाकों के साथ मॉस्को पर चढ़ाई भी की थी। तब बेलारूस के राष्ट्रपति और पुतिन के दोस्त एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने मध्यस्थता कर प्रिगोझिन के विद्रोह को खत्म कराया था। प्रिगोझिन के लड़ाके इससे पहले रूस की तरफ से यूक्रेन की सेना से भी लड़ चुके हैं। वैगनर ग्रुप बनाने वाला प्रिगोझिन 1961 में सेंट पीटर्सबर्ग में जन्मा था। कम उम्र में ही उसके पिता की मौत हो गई थी। प्रिगोझिन पहले अपराध भी करता रहा। बाद में उसने एक रेस्तरां खोला था। उसी रेस्तरां में पुतिन से उसकी मुलाकात हुई थी। जहां से दोनों के बीच रिश्ते बने थे।