मास्को/कीव। यूक्रेन मसले का हल फिलहाल निकलता नहीं दिख रहा है और रूस के एक और कदम ने जंग की आहट को और तेज कर दिया है। रूस ने आज से अपने रणनीतिक परमाणु बल के अभ्यास का एलान किया है। इस अभ्यास में इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया जाएगा। इंटर कॉन्टिनेंटल मिसाइलों से रूस दुनिया के किसी भी मुल्क पर हमला कर सकता है। ऐसे में रूस का ये परीक्षण अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के साथ और तनाव बढ़ाने का काम कर सकता है। अमेरिका और उसके सहयोगी देश मसलन ब्रिटेन पहले ही यूक्रेन को किसी भी रूसी हमले से बचाने के लिए इलाके में हथियार और जवान इकट्ठा कर रहे हैं।
रूस ने करीब दो हफ्ते पहले परमाणु हथियारों को चलाने से संबंधि सैनिक विभाग को सक्रिय भी किया था। माना जा रहा है कि यूक्रेन के मसले पर अमेरिका और यूरोपीय देशों के हस्तक्षेप को रोकने के लिए रूस ने अब रणनीतिक परमाणु बल के अभ्यास का एलान किया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में बैठकर परमाणु बल के अभ्यास पर नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि मिसाइलों को दागकर देश की परमाणु क्षमता की तैयारी इस अभ्यास में परखी जाएगी। बता दें कि रूस ने पहले ही यूक्रेन की सीमा पर विनाशक हथियार और मिसाइलें तैनात कर रखी हैं।
उधर, अमेरिका और नाटो देशों ने रूस की ओर से दिए गए 7 सूत्रीय सुरक्षा प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है। इससे यूक्रेन पर रूस के हमले का खतरा और बढ़ गया ह। अपने 7 सूत्रीय प्रस्ताव में रूस ने यूक्रेन को नाटो में शामिल न करने और यूरोप से नाटो देशों की मिसाइलें और परमाणु हथियार हटाने की मांग की थी। उधर, अमेरिका और ब्रिटेन अब यूक्रेन को रूस से बचाने के लिए उसके पड़ोसी देशों को अत्याधुनिक हथियार दे रहे हैं। अमेरिका ने पोलैंड को 250 अब्राम्स टैंक देने का फैसला किया है। रूस के सैनिक फिलहाल पोलैंड की सीमा से 200 मील से भी कम दूरी पर हैं। पोलैंड में अमेरिका और ब्रिटेन की सेना भी इकट्ठा हो रही है।