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Protests: अफगानिस्तान में ISI के दखल का जमकर विरोध, पंजशीर में तालिबान पर आसमान से बरसी मौत

Protests: पंजशीर से खबर है कि जमीन पर रेजिस्टेंट फोर्स के लड़ाके अपने नेता अहमद मसूद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। वहीं, कुछ विमानों से तालिबान के ठिकानों पर बमबारी की खबर है।

काबुल/वॉशिंगटन। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के दखल का जमकर विरोध हो रहा है। अफगानिस्तान के अलावा सुदूर अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भी पाकिस्तान का विरोध हुआ। वहीं, पंजशीर में अब तालिबान पर आसमान से भी मौत बरसनी शुरू हो गई है। पहले बात आईएसआई के विरोध की। काबुल और मजार-ए-शरीफ में हजारों लोगों ने आईएसआई के दखल के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने तालिबान की परवाह न करते हुए सड़कों पर मार्च निकाला। वॉशिंगटन में भी अमेरिका में रहने वाले अफगानों ने पाकिस्तान और तालिबान गठजोड़ के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। अफगान चाहते हैं कि उन्हें तालिबान शासन के दौरान भी आजादी मिलती रहे। साथ ही पाकिस्तान या वहां की खुफिया एजेंसी किसी भी तरह पंजशीर के मसले पर तालिबान की मदद न करे। प्रदर्शनकारियों ने तालिबान को धता बताते हुए काबुल और मजार-ए-शरीफ में भी पंजशीर के लड़ाकों के पक्ष में जोरदार नारेबाजी की। बता दें कि पाकिस्तानी आईएसआई के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद आजकल काबुल में हैं। खबर आई थी कि पाकिस्तानी सेना और वायुसेना ने पंजशीर में तालिबान का साथ देते हुए उनके खिलाफ जंग लड़ रहे लोगों और आम नागरिक ठिकानों पर बमबारी की थी।

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इस बीच, पंजशीर से खबर है कि जमीन पर रेजिस्टेंट फोर्स के लड़ाके अपने नेता अहमद मसूद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। वहीं, कुछ विमानों से तालिबान के ठिकानों पर बमबारी की खबर है। स्थानीय लोगों के मुताबिक विमानों ने पंजशीर की ओर बढ़ रहे तालिबान पर बम गिराए। ये पता नहीं चल सका है कि विमान किसके थे। इससे पहले अफगान एयरफोर्स के काफी पायलट लड़ाकू विमानों को उड़ाकर पड़ोसी देश कजाकिस्तान ले गए थे। माना जा रहा है कि ये वही विमान हैं और तालिबान पर आसमान से मौत बरसा रहे हैं।

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पंजशीर घाटी में घुसने की कोशिश कर रहे तालिबान को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तालिबान के हजारों लड़ाके यहां ढेर किए गए हैं। तालिबान ने सोमवार को दावा किया था कि पंजशीर के गवर्नर हाउस पर उसका कब्जा हो गया है, लेकिन रेजिस्टेंस फोर्स के नेता अहमद मसूद ने कहा कि ये पाकिस्तान का दुष्प्रचार है। अहमद मसूद ने तालिबान के खिलाफ जंग जारी रखने का एलान किया और साथ ही कहा है कि दुनिया को मदद देकर अफगानिस्तान के लोगों को आजादी दिलानी चाहिए।