नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है। ये केस डी.के. शिवकुमार का एक वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। इस वीडियो में शिवकुमार बेंगलुरु में बड़ी हाउसिंग सोसाइटी के लोगों से कहते दिखाई दे रहे हैं कि मैं यहां एक बिजनेस डील के लिए आया हूं। अगर आप मेरे भाई डीके सुरेश को वोट देंगे तो मैं आपके लिए कावेरी नदी से पानी की सप्लाई दूंगा। शिवकुमार का ये वीडिया वायरल होने के बाद बीजेपी ने निशाना साधते हुए वोटरों को बरगलाने की साजिश का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
An FIR is lodged by the FST of Bengaluru against Dy. Chief Minister DK Shivakumar for violation of MCC while addressing apartment owners in RR Nagara. The FIR No.78/2024 at RMC Yard PS is lodged u/s 171(B)(C)(E)(F) of IPC for bribery and undue influence at elections.
— Chief Electoral Officer, Karnataka (@ceo_karnataka) April 20, 2024
इस संबंध में बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शिवकुमार का वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने सत्ता का खुलेआम दुरुपयोग करते हुए अपने भाई डीके सुरेश के निर्वाचन क्षेत्र में एक बड़ी हाउसिंग सोसायटी के मतदाताओं को बंधक सा बना लिया है। इतना ही नहीं वो धमकी दे रहे हैं कि यदि उन लोगों ने शिवकुमार के भाई को वोट नहीं दिया, तो पानी और सीए साइट उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।
DK Shivkumar, Deputy CM of Karnataka, in brazen abuse of power, holds voters of a large housing society in his brother DK Suresh’s constituency, to ransom. Sounding every bit menacing, he wields a threat, couched in crass humour, that if the residents don’t vote for his brother,… pic.twitter.com/Kd08TRnSzA
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 17, 2024
इस वीडियो में डीके शिवकुमार कहते हैं, मैं यहां बिजनेस डील के लिए आया हूं। यहां 2,500 घरों के 6,000 वोट हैं। आपको सीए साइट और कावेरी जल की जरूरत है, अगर मैं यह करवा दूं, लेकिन इसके लिए आपको मेरे भाई को वोट देना होगा। आपको बता दें कि सीए साइट के प्रावधान के बिना एक हाउसिंग लेआउट योजना को पास नहीं किया जाता है। सीए साइट के अंतर्गत पार्क, खेल के मैदान, सामुदायिक केंद्र, जिम, कचरे का प्रबंधन किया जाता है। इसीलिए किसी भी हाउसिंग सोसाइटी के लिए सीए साइट होना जरूरी होता है। आपको बता दें कि बंगलुरू में पिछले कुछ समय से गंभीर जल संकट की समस्या है।