नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की एक्शन मोड में आ चुकी है। इस साल जहां राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में चुनाव होने हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अगले वर्ष लोकसभा के चुनाव भी हैं। ऐसे में बीजेपी सभी चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अभी से ही अपनी तैयारियों को परवान चढ़ान में मशगूल हो चुकी है। अब इसी दिशा में बीजेपी ने कई राज्यों के प्रदेश अध्य़क्ष बदल दिए हैं। आइए आगे कि रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि किसे कहां की जिम्मेदारी दी गई है?
जानें किसे कहां की मिली कमान
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले हैं, जिनमें पंजाब, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना शामिल है। झारखंड की कमान बाबूलाल मरांडी को सौंपी गई है , तो वहीं पंजाब की कमान सुनील जाखड़ को। वहीं, जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्य़क्ष बनाया गया। आंध प्रदेश की जिम्मेदारी पी पुरंदेश्वरी को सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में अन्य राज्यों में प्रदेश अध्य़क्ष बदले जा सकते हैं। सियासी विश्लेषकों की मानें तो बीजेपी ने यह कदम आगामी लोकसभा सहित विभिन्न राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उठाया है।
G Kishan Reddy has been appointed as BJP state president of Telangana, D Purandeshwari appointed as the state president of Andhra Pradesh BJP, former CM Babulal Marandi becomes the state president of Jharkhand, Sunil Jakhar – the party’s state president of Punjab. pic.twitter.com/j4QSxZbFim
— ANI (@ANI) July 4, 2023
बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी को झारखंंड का प्रदेश अध्य़क्ष बनाया गया है। बाबू लाल मंराडी झारखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
बाबू लाल मंराडी अतिक्रमण हटाने के मामले में कोर्ट के मकदमों का भी सामना कर चुके हैं, लेकिन सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया गया। झारखंड की राजनीति में बाबू लाल मरांडी की तूती बोलती है, जिसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने उन्हें यह पद दिया है।
सुनील जाखड़
वहीं , पंजाब में बीजेपी ने अपनी स्थिति दुरूस्त करने की जिम्मेदारी अब सुनील जाखड़ के कांधों पर सौंपी है। बीजेपी ने उन्हें नया प्रदेश अध्य़क्ष बनाया है। इससे पहले अश्विनी शर्मा पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष थे, लेकिन अब उनके इस्तीफे के बाद सुनील जाखड़ को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं, अगर सुनील जाखड़ के राजनीतिक करियर की बात करें, तो सुनील जाखड़ पहले कांग्रेस में थे, लेकिन कुछ अनबन होने की वजह से उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। वे 2017 से 2021 तक कांग्रेस के प्रदेश अध्य़क्ष रहे। इसके अलावा 2002 से 2017 तक वे कांग्रेस की टिकट पर तीन बार विधायक भी रह चुके हैं। सुनील जाखड़ के पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे।
पी पुरंदेश्वरी
बीजेपी ने आंध प्रदेश का प्रदेश अध्य़क्ष पी पुरंदेश्वरी को बनाया है। बीजेपी की वरिष्ठ नेता है। आंध प्रदेश की राजनीति में इनकी गहरी पैठ है, जिसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने इन्हें बहुत उम्मीदों के साथ यह पद सौंपा है।
ऐसे में अब यह देखना होगा कि आगामी दिनों में यह इन उम्मीदों पर कितनी खरी उतर पाती है। फिलहाल, बीजेपी आंध्र प्रदेश में अपनी राजनीतिक जीवन को फलदायी बनाने की दिशा में जुट चुकी है।
जी किशन रेड्डी
जी किशन रेड्डी को तेलंगाना की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वर्तमान में उनके पास केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय का प्रभार है।
बहराहल, अब प्रदेश में बीजेपी की राजनीतिक मोर्चे पर मजबूत बनाने की दिशा में रेड्डी की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।