नई दिल्ली। सभी देवों में प्रथम आराध्य भगवान गणेश आते हैं। इन्हें शुभता का प्रतीक भी माना जाता है इसलिए शादि-विवाह के अलावा किसी भी शुभ कामों की शुरूआत इनकी पूजा के साथ की जाती है। हिन्दू धर्म में सबसे पूजनीय गणेश जी गजानन, लंबोदर, विनायक जैसे कई हजार नामों के स्वामी है। गणपति भगवान को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है ऐसे में ये अपना अलग और खास महत्व रखते हैं। गणपति जी के जन्म उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने घरों में उनकी स्थापना करते हैं। श्रद्धा अनुसार की उनकी पूजा-पाठ करते हैं। इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को मनाई जाएगी। ये उत्सव 10 सितंबर से लेकर 19 सितंबर तक मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी के पहले दिन बप्पा की घर में स्थापना की जाती है, जो पूरे 10 दिनों तक घर में रखी जाती है। इसके बाद आखिरी यानी दसवें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है।
गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 10, 2021 को 12:18 ए एम बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त – सितम्बर 10, 2021 को 09:57 पी एम बजे
गणपति स्थापना मुहूर्त
गणपति स्थापना का मुहूर्त इस साल 10 सितंबर 2021, दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे के बीच है।
ये है पूजा विधि
- सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- अब तांबे या फिर मिट्टी की गणेश जी की प्रतिमा लें फिर एक कलश में जल भरें और उसके मुख को नए कपड़े से बांध दें।
- अब इस पर गणेश जी की स्थापना करें।
- गणेश भगवान को सिंदूर, दूर्वा, घी और 21 मोदक चढ़ाएं और उनकी विधि विधान के साथ पूजा करें।
- गणेश जी की आरती उतारें और प्रसाद को सभी में बांट दें।