नई दिल्ली। अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) के दिन राधाकुण्ड में स्नान या डुबकी (Radha Kund Bath 2021) लगाने का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में राधाकुण्ड में स्नान करने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। जिन महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या आती है, वो इस दिन श्री कृष्ण की पत्नी राधा रानी का आशीवार्द प्राप्त करने के लिए राधाकुण्ड में डुबकी लगाए। इससे संतान सुख की प्राप्ती मिलती है। कार्तिक कृष्ण पक्ष अष्टमी को ये पर्व मनाया जाता है।
मान्यता के अनुसार, अहोई अष्टमी के दिन राधाकुण्ड में डुबकी लगाने से गर्भधारण में सफलता प्राप्त होती है। इस विश्वास के साथ ही प्रति वर्ष हज़ारों की संख्या में जोड़े गोवर्धन पहुंचते हैं, जहां वो डुबकी लगाकर राधा रानी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
राधा कुण्ड स्नान मुहूर्त
राधा कुण्ड अर्ध रात्रि स्नान मुहूर्त – 11:38 पी एम से 12:29 ए एम, अक्टूबर 29
अवधि – 00 घण्टे 51 मिनट्स
अहोई अष्टमी व्रत बृहस्पतिवार, अक्टूबर 28, 2021 को
राधा कुण्ड महत्व
मान्यता है कि अहोई अष्टमी के दिन व्रत कर विधि विधान से अहोई माता की पूजा करने से मां पार्वती अपने पुत्रों की तरह ही आपके बच्चों की रक्षा करती हैं। इसके साथ ही पुत्र प्राप्ति के लिए भी यह व्रत खास महत्व रखता है। जैसा कि सब जानते हैं कि अहोई अष्टमी का व्रत महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र और संतान सुख के लिए करती हैं। बता दें कि भारत में एक ऐसा कुंड भी है जिसमें यदि पति और पत्नि दोनों अहोई अष्टमी के दिन स्नान कर लें तो उन्हें शीघ्र ही संतान प्राप्ति होती है।