नई दिल्ली। आज देश में नागपंचमी (Nag Panchami) मनाई जा रही है। इस दिन नागों की पूजा की जाती है। सावन (Sawan) में पड़ने वाले इस त्योहार का अलग महत्व होता है। इस दिन पर नाग देवता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। भगवान शिव के गले में नागदेवता वासुकि लिपटे रहते हैं। भगवान शिव को मनाने के लिए भक्त उनकी भक्ति में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ते। शंकर जी की कृपा पाने के लिए सभी प्रभू की पूजा करते हैं। इस महीने में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से अच्छा फल प्राप्त किया जा सकता है।
नागपंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त
पञ्चमी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 12, 2021 को 03:24 पी एम बजे
पञ्चमी तिथि समाप्त – अगस्त 13, 2021 को 01:42 पी एम बजे
इस तरह करें पूजा
नाग पंचमी की शुरुआत चतुर्थी के दिन से ही हो जाती है। कहते हैं कि इस दिन एक समय भोजन करना चाहिए। इसके साथ ही अगले दिन पंचमी की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद पूजा करने के लिए चौकी सजाएं उसपर नाग देवता की फोटो या मूर्ति रखकर पूजा की तैयारी करें। फिर हल्दी, रोली, फूल, दूध आदि चढ़ाएं। पूजा करने के बाद नाग देवता की आरती भी करें। व्रत करने वाले लोगों को नाग पंचमी की कथा जरूर पढ़नी और सुननी चाहिए।
नागपंचमी महत्व
मान्यता है कि नाग पंचमी की पूजा धन समृद्धि पाने के लिए की जाती है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, नाग देवता माता लक्ष्मी की रक्षा करते हैं। नागद पंचमी पर नाग देवता की विधि- विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। साथ ही जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उस व्यक्ति को इस दोष से बचने के लिए नाग पचंमी का व्रत जरूर करना चाहिए। वहीं यदि कोई व्यक्ति को सपने में सांप दिखाई देते हैं तो नागपंचमी के दिन विशेष पूजा करने से लाभ होगा।