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कोरोना के बाद कैसे संवारे भारत की अर्थव्यवस्था विषय पर सेमिनार के दौरान वर्ल्ड रिकॉर्ड हुआ कायम

कोविड-19 के बाद अपने कारोबारों को फिर से मजबूत बनाने तथा देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के प्रयास में एमएसएमई क्षेत्र से लगभग 4 लाख उद्यमियों ने 98 मिनट के एक ऑनलाइन बिज़नेस लैसन सेमिनार में हिस्सा लिया।

नई दिल्ली। भारत के सभी लघु एवं मध्यम उद्यमियों ने बिज़नेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा के साथ मिलकर बिज़नेस लैसन के द्वारा कोविड 19 के पश्चात भारतीय अर्थव्यवस्था को फिर से उठाने को लेकर हुए एक सेमिनार के दौरान एक विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।


– लगभग 4 लाख लघु एवं मध्यम उद्यमियों ने अपने व्यवसायों के साथ मिलकर सबसे बड़े ऑनलाइन लैसन के तहत एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया हैं।

– दिल्ली से शामिल होने वाले प्रतिभागियों में 43000 उद्यमी शामिल थे।

– भारतीय लघु एवं मध्यम उद्यमियों द्वारा बनाया गया यह विश्व रिकॉर्ड पहले रुस और फिर दुनिया की महान अर्थव्यवस्था कहा जाने वाले देश अमेरिका के पास था।

– यह विश्व रिकॉर्ड भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किये गये ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

– यह रिकॉर्ड भारतीय उद्यमियों की प्रत्यास्थता को दर्शाता है जो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के डांवाडोल होने के बाद फिर से सुधार के लिए तैयार है।

कोविड-19 के बाद अपने कारोबारों को फिर से मजबूत बनाने तथा देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के प्रयास में एमएसएमई क्षेत्र से लगभग 4 लाख उद्यमियों ने 98 मिनट के एक ऑनलाइन बिज़नेस लैसन सेमिनार में हिस्सा लिया। इस ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन बड़ा बिज़नेस प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक, सीईओ और एशिया के सबसे बड़े बिज़नेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा के नेतृत्व में किया गया था।

बड़ा बिज़नेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन बिज़नेस सेमिनार में 30 मिनट के लिए 18,093 प्रतिभागियों की ऑनलाइन भागीदारी के साथ गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया। बिज़नेस ट्रेनिंग वेबिनार में देश भर से एमएसएमई मालिकों ने हिस्सा लिया, जिनमें दिल्ली के विभिन्न शहरों से 43,000 उद्यमी शामिल थे।

ऐसे समय में जहां एक तरफ दुनिया की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही हो तो वहीं भारतीय उद्यमियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का सकारात्मक पक्ष को प्रस्तुत करती है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि भारतीय उद्यमी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अनुरूप देश को कोविड-19 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया में अग्रणी स्थिति में लाने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं।

वर्ल्ड रिकॉर्ड

24 अप्रैल बड़ा बिज़नेस की मोबाइल ,si पर स्ट्रीम किए गए इस ऑनलाइन सेमिनार में 7.49,180 लॉगइन हुए थे जिसे 3,78,099 प्रतिभागियों ने देखा। 4 घंटे के इस ऑनलाइन सेमिनार में औसत 50,131 कॉनकरेन्सी रही। सेमिनार को कुल 98,54,293 मिनट के लिए देखा गया। यह सेमिनार में भारत के अलावा अन्य देशों के प्रतिभागियों ने भी हिस्सा लिया। 30 मिनट के लिए 18,003 दर्शक जुड़ने के साथ यह ऑनलाइन बिज़नेस सेमिनार का प्रयास नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा।

इससे पहले यह रिकॉर्ड 8000 प्रतिभागियों के साथ अमेरिका के नाम था जिसे 2014 में रुस के एक व्यक्ति ने 12091 लोग प्रतिभागियों को शामिल कर तोड़ दिया था। 17 मई 2020 को एक ऑनलाइन समारोह में आधिकारिक अधिनिर्णायक मिस जॉन बेट द्वारा डा विवेक बिंद्रा को उनके रिकॉर्ड टाइटल सर्टिफ़िकेट के साथ प्रस्तुत किया गया था।

इस मौके पर मिस बेट ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एक बड़े ऑनलाइन बिज़नेस सेमिनार के तहत गिनीज रिकॉर्ड बनाना वाकायी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है , यह रिकॉर्ड हमें प्रेरणा देता है कि हम एक दूसरे से दूर रहकर भी बड़ी से बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कर सकते हैं।

भारतीय उद्यमियों द्वारा किया गया दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन-

इस मौके पर बड़ा बिज़नेस के संस्थापक एवं सीईओ डॉ विवेक बिंद्रा ने कहा, हमें खुशी है कि हमने सबसे बड़े ऑनलाइन बिज़नेस सेमिनार के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। हम इस उपलब्धि के लिए भारत के लघु एवं मध्यम उद्यमियों को बधाई और धन्यवाद देते हैं। ऐसे समय में जब कारोबार कोविड-19 के चलते आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, हमारे इस सेमिनार में बड़ी संख्या में उन उद्यमियों ने हिस्सा लिया जो इस संकट के दौर में एक सही मार्गदर्शन चाहते थे और अपने कारोबार में समय के अनुसार बदलाव के लिए मदद चाहते थे। हमें खुशी है कि हम भारत के छोटे एवं मध्यम उद्यमियों को इस मुश्किल समय में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए मदद कर रहे हैं और अपनी इस पहल के माध्यम से अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान दे रहें है।”

textile business

बड़ा बिज़नेस एक ऐसी पहल है जो लघु एवं मध्यम उद्यमों को आगे बढ़ने और विकसित होने में मदद करती करने के साथ-साथ कारोबार संबंधित रणनीतियों के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करती हैं । डॉ विवेक बिंद्रा ने एक ऐसी मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए वेबिनार के आयोजन करने की पहल की, जहां कई कारोबारों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। कारोबारों को इस संकट के समय में उचित रणनीतियां बनाने में मदद करने के लिए इस ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया कार्यक्रम ने उद्यमियों को यह समझने का मौका दिया कि कैसे वे इस आर्थिक मंदी के दौर में भी आसानी से लाभ कमा सकते हैं। उच्च स्तरीय के प्रशिक्षण के साथ इस सत्र का आयोजन डॉ विवेक बिंद्रा और उनकी टीम द्वारा किया था।

डॉ. बिंद्रा ने इस मौके पर और जानकारी देते हुए कहा कि मैं, इस नए वर्ल्ड रिकॉर्ड को उन लाखों भारतीयों तथा उन भारतीय उद्यमियों को समर्पित करता हूं जो प्रधानमंत्री जी के मिशन के अनुरूप भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अपने कारोबार को फिर से सामान्य स्थिति में लाने की अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ लघु एवं मध्यम उद्यमियों ने दिखा दिया है कि वह इस संकट के सामने नहीं झुकेंगे और भारत को दुनिया की आर्थिक शक्ति बनाने में अपना पूरा योगदान देखें।

15 मिलियन लोगों के एक साथ शामिल से बड़ा बिज़नेस मोबाइल App अस्थायी रूप से हो गया था क्रैश

इस वैश्विक महामारी के समय में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश काफी चुनौतीपूर्ण थी। इतने बड़े पैमाने पर वेबिनार के आयोजन में कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। तकनीकी कि इसी कड़ी में बड़ा बिज़नेस मोबाइल ,si पर एक ही समय में 15 मिलियन लोगों के शामिल होने के कारण सेमिनार शुरू होने से पहले ही मोबाइल ,si क्रैश हो गया था जिसके बाद तकनीकी टीम की कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप तीन घंटे के अंदर वेबसाइट पर नया प्लेटफॉर्म बनाया गया, जिसके तहत सेमिनार को लाइव किया गया।

रिकॉर्ड बनाने का प्रयास और लॉकडाउन

वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना वैसे तो एक चुनैतीपूर्ण कार्य है ही लेकिन लेकिन जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन हो तो यह चुनौती दो गुनी हो जाती हैं। इस वक्त में बड़ी संख्या में लोग घर से काम कर रहे हैं, ऐसे में इंटरनेट की स्पीड और बैण्डविड्थ अपने आप में एक चुनौती है फिर भी टीयर 2 एवं टीयर 3 शहरों में जहां बड़ी संख्या में लघु एंव मध्यम व्यापारियों ने वेबिनार में हिस्सा लिया। इन शहरों में इंटरनेट की स्पीड और बैंडविड्थ एक बड़ी चुनौती है इन तकनीकी चुनौतियों के बीच 4 घंटे सेमिनार की शूटिंग और लाइव स्ट्रीमिंग एक मुश्किल काम था। बड़ा बिज़नेस के सभी कर्मचारी, जो वेबिनार की लाइव स्ट्रीमिंग के लिए काम कर रहे थे, वे लॉकडाउन की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन कर रहे थे। इन सभी कारकों के चलते वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की और भी अनूठी हो जाती है। फिर भी पूरी टीम 4-5 लाख प्रतिभागियों के ऑनलाइन ट्रैफिक को हैण्डल करने के लिए तैयार थी। सेमिनार में स्पोंसर के तौर पर बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे ब्राईट कोव एलएलसी, मार्ग ईआरपी लिमिटेड, एपीएल अपोलो, सेज यूनिवर्सिटी, जीएलए यूनिवर्सिटी, पी वॉलेट आदि शामिल थी।

mobile addicted

मौजूदा दौर में कारोबारों को समय के अनुसार अपने आप को ढालना होगा

अखिल भारतीय निर्यात संगठन के अनुमान के मुताबिक एमएसएमई क्षेत्र को प्रतिदिन तकरीबन 40,000 करोड़ रु. का नुकसान हो रहा है। इस अनुमान के अनुसार भारतीय एमएसएमई क्षेत्र लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से 12 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान उठा चुके हैं। हालांकि जनसांख्यिकी लाभांश और सशक्त आर्थिक नींव के चलते उम्मीद है कि सेक्टर जल्द ही इस मुश्किल से बाहर निकलेगा।

इस ऑनलाइन सत्र के दौरान मौजूदा दौर में कारोबारों से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया, जैसे कोविड-19 के बाद कारोबारों की रणनीति कैसी हो, डिजिटल डोमेन में कारोबारों में क्या बदलाव लाए जाएं, कमाई कम होने पर फाइनेंस का प्रबंधन कैसे किया जाए आदि।

डॉ विवेक बिंद्रा ने कहा ने इस मौके पर और अधिक जानकारी देते हुए कहा -“कोरोना वायरस के चलते आए बदलावों के लिए उचित प्रतिक्रिया के मद्देनज़र आपको भी अपने कारोबारों में बदलाव लाने होंगे। अनुसंधान और विश्लेषण के द्वारा इस समय का उपयोग कारोबार की मौजूदा प्रक्रियाओं में नए, सकारात्मक बदलावों के लिए भी किया जा सकता है। अच्छा होगा कि इस समय को उपयोग संगठनों की दक्षता बढ़ाने, मैनपावर प्रशिक्षण तथा मौजूदा उपभोक्ताओं को बनाए रखने के लिए किया जाए। टेक्नोलॉजी ऑटोमेशन, उपयोगकर्ता के लिए बेहतर अनुभव, सामरिक साझेदारी, सेल्स एवं डिलीवरी में इनोवेशन तथा कस्टमर आउटरीच के द्वारा आप इस मुश्किल समय में और भी मजबूत हो सकते हैं।

डॉ विवेक बिन्द्रा ने इस बात पर खास जोर दिया कि कारोबारों को इस बदलाव के अनुसार अपने आप को ढालना होगा ताकि लॉकडाउन के बाद वे फिर से अपनी सेल्स को तेजी से बढ़ा सकें।