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RBI Digital Currency: प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी से कितनी अलग होगी RBI की डिजिटल करेंसी, यहां समझें आसान शब्दों में

RBI Digital Currency: डिप्टी गवर्नर शंकर ने कहा कि इसे RBI की ओर से कानूनी मान्यता मिली रहेगी। इस करेंसी का फॉर्म डिजिटल ही होगा साथ ही इसकी वैल्यु को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा।

नई दिल्ली। देश में बड़े पैमाने पर क्रिप्टोकरेंसी यानी डिजिटल करेंसी पर निवेश किया जा रहा है। इसे देखते हुए अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मजबूर हो गया है कि वो भी अपनी डिजिटल करेंसी की योजना में तेजी लाए। ताजा जानकारी की माने तो RBI ने अपनी डिजिटल करेंसी के काम में तेजी ला दी है। जिसके बाद जल्द ही इसकी पायलट टेस्टिंग भी शुरू हो जाएगी। यहां बता दें कि अभी तक आरबीआई की ओर से प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं दी है लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसकी ट्रेडिंग पर बैन को भी हटा दिया है।

rbi

आपको बता दें, देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने अपनी डिजिटल करेंसी (CBDC/ सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) को लेकर काम भी शुरू कर दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस वक्त दुनिया के 86 फीसदी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) की संभावनाओं पर काम कर रहे हैं जबकि 14 फीसदी केंद्रीय बैंकों ने तो पायलट प्रोजेक्ट पर काम भी शुरू कर दिया है।

RBI

सेंट्रल बैंक कर रहा कई पहलुओं पर विचार

RBI के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर का कहना है कि इस ओर हम चरणबद्ध तरीके से बढ़ रहे हैं। जल्द ही इसकी पायलट टेस्टिंग भी की जाएगी। रवि शंकर ने कहा कि रिजर्व बैंक ये देख रहा है कि डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल रिटेल में किया जाएगा या फिर होलसेल में। टेक्नोलॉजी सेंट्रलाइज्ड होगी या फिर डिस्ट्रीब्यूटेड। इसे खुद RBI जारी करेगा या अलग-अलग बैंक द्वारा इसे जारी किया जाएगा। इसमें मनी लॉन्ड्रिंग समेत किसी भी गलत प्रकिया को रोकने के लिए FEMA, IT Act, Coinage Act, RBI एक्ट में भी जो जरूरी हो बदलाव लाने होंगे। शंकर ने कहा कि डिजिटल करेंसी शुरू होने से कैश पर जारी निर्भरता कम होगी साथ ही करेंसी छापने में होने वाले खर्च को भी कम किया जा सकेगा।

reserve bank of india

कैसा होगी RBI की डिजिटल करेंसी?

डिप्टी गवर्नर शंकर ने कहा कि इसे RBI की ओर से कानूनी मान्यता मिली रहेगी। इस करेंसी का फॉर्म डिजिटल ही होगा साथ ही इसकी वैल्यु को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा। उदाहरण के रूप में समझाए तो 10 रुपए का नोट और 10 रुपए की डिजिटल करेंसी, दोनों की वैल्यु एक समान रहेगी। इसे बिना किसी परेशानी के एक्सचेंज भी किया जा सकेगा। इस समय RBI ही नहीं बल्कि चीन, इंग्लैंड और रूस जैसे देशों के सेंट्रल बैंक भी इस तरह की डिजिटल करेंसी लाने पर सोच विचार कर रहे हैं।