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Third Wave: वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी डेल्टा बना रहा है शिकार, अनुमान लगाना मुश्किल कि कब तक रुकेगा संक्रमण

Delta Varient: दूसरी लहर के दौरान खतरनाक हुए संक्रमण के बाद अब अगर तीसरी लहर आती है तो इसका सबसे अहम कारण डेल्टा वैरिएंट बताया जा रहा है। इसके फैलने की रफ्तार काफी तेज होती है।

नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देश में भले थम गया हो लेकिन इस वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा की रफ्तार से दुनिया में एक बार फिर से संकट बनता दिखाई दे रहा है। इस वैरिएंट को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीनेशन के बाद बनी हर्ड इम्यूनिटी भी इस वैरिएंट को रोक पाने में अधिक सफल नहीं है। ऐसे में यह संक्रमण कब तक बना रहेगा, इसको लेकर कुछ सटीक कह पाना मुश्किल है। मंगलवार को ब्रिटेन के ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप की मीटिंग में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के प्रमुख प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने इस संबंध में ये बाते कहीं। पोलार्ड ने कहा कि यह महामारी अब तेजी से अपना स्वरूप बदल रही है। बता दें कि इस समय डेल्टा वैरिएंट सबसे अधिक संक्रामक बना हुआ है। संक्रमण को रोकने को लेकर प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने कहा कि, ‘इस वक्त हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है जिससे इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसलिए मुझे लगता है कि हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हर्ड इम्यूनिटी संभव नहीं है।

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150 से ज्यादा देशों में फैल चुका है

उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की शंका है कि यह वायरस ऐसे में स्वरूप को जन्म दे देगा जो वैक्सीन की डोज ले चुके लोगों को भी संक्रमित करने में सक्षम होगा। गौरतलब है कि भारत में डेल्टा वैरिएंट के केस सबसे पहले मिले थे। वहीं दूसरी लहर के दौरान खतरनाक हुए संक्रमण के बाद अब अगर तीसरी लहर आती है तो इसका सबसे अहम कारण डेल्टा वैरिएंट बताया जा रहा है। इसके फैलने की रफ्तार काफी तेज होती है। यह एक आदमी से दूसरे तक बहुत अधिक सक्रियता से फैलता है। यह दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।

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टीका जल्द लगवा लें

वैक्सीन को लेकर लापरवाही बरतने वालों को आगाह करते हुए पोलार्ड ने कहा कि, लोग जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन ले लें, नहीं तो संक्रमण कब होंगे, उन्हें भी पता नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि, अगर वैक्सीन 95% लोगों को लगा दिया गया तो इसके फैलने चांस नहीं होंगे।