नई दिल्ली। आपने ये तो भली भांति सुना होगा कि मेरी बेटी बेटे से कम हैं क्या..आज कल लड़कियां हर क्षेत्र में बढ़चढ़ के हिस्सा ले रही हैं और सफलता भी प्राप्त कर रही हैं। उत्तर प्रदेश के आगरा की एक बेटी ने भी परिवार नहीं बल्कि पूरे जिले को गर्व महसूस कराया हैं। UPPSC 2022 की परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो चुका हैं जिसमें दिव्या सिकरवार ने बाजी मारी हैं। दिव्या ने इस परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया हैं। दिव्या के साथ-साथ उनके माता-पिता भी काफी खुश हैं। रिजल्ट निकलने के बाद दिव्या को हर कोई शुभकामनाएं दे रहा हैं।
#WATCH | Agra, Uttar Pradesh | I am very happy. I want to give credit to my mother. Girls are coming forward in all areas as they are getting opportunities: Divya Sikarwar, who secured the top position in #UPPSC2022 exam (07.04) pic.twitter.com/bpCAOKuw4x
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 8, 2023
आगरा की दिव्या ने किया कमाल
आपको बता दें कि दिव्या ने यह सफलता तीन बार के प्रयास के बाद हासिल किया हैं। कहते हैं ना कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती और दिव्या की मेहनत और लगन ने उनको उनका फल दे ही दिया हैं। UPPSC के टॉप 10 की बात करें तो इस जिले यानी आगरा की दो बेटियों ने अपना नाम दर्ज कराया हैं। पहले स्थान पर दिव्या और आठवें स्थान पर ऐश्वर्या दुबे ने अपनी जगह बनाई हैं। दोनों बेटियों को बधाई देने के लिए लोग रात से ही मैसेज कर रहे हैं।
आगरा की बेटियों ऐश्वर्या दुबे और दिव्या सिकरवार को यूपी पीसीएस में चयन होने पर हार्दिक बधाई, आशा है आप क्षेत्र की लाखों बेटियों को प्रोत्शाहित करेंगी और आप दोनों से प्रभावित होकर वो भी अपने सपनो को पूरा करने के लिए प्रेरणा लेंगी , ईश्वर आपको सफलता के पथ पर अग्रसर रखें। pic.twitter.com/IsKQCrsRIx
— SP SINGH BAGHEL (@spsinghbaghelpr) April 8, 2023
पिता गांव में खेती का काम करते हैं
आगरा के एक गांव रामी गढ़ी की रहने वाली दिव्या के पिता राजपाल सिंह बीएसएफ से रिटायर्ट हैं। रिटायर्ट होने के बाद से राजपाल सिंह गांव में खेती का काम करते हैं। दिव्या के तीन भाई-बहन हैं जिसमें दिव्या सबसे बड़ी हैं। वहीं दिव्या के छोटे भाई दीपक की बात करें तो वह यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल है। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दिव्या ने बताया कि उन्होंने ग्रेजुएशन से ही तय कर लिया था कि उन्हें प्रशासनिक अधिकारी बनना है। इसके लिए उन्होंने 2016 में सेंट जोंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और फिर वह यूपीएससी की तैयारियां करने लगी। 26 वर्षीय दिव्या ने इस सफलता के लिए दिन रात एक कर दिया था।और दो बार निराशा हाथ लगने के बाद तीसरी बार में यह सफलता हासिल की।