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मार्च एलएसएटी परीक्षा के माध्यम से 75 फीसदी तक छात्रों की भर्ती करेगा जेजीएलएस

आज का दिन भारत में कानूनी शिक्षा प्रवेश प्रक्रिया के प्रशासन में एक असाधारण क्षण है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने घोषणा की कि कानूनी शिक्षा में अपने भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए छात्रों को कई अवसर देने के उद्देश्य से पहली बार वर्ष 2021 में एलएसएटी-इंडिया (LSAT Exam 2021) अब दो बार आयोजित किया जाएगा।

नई दिल्ली। आज का दिन भारत में कानूनी शिक्षा प्रवेश प्रक्रिया के प्रशासन में एक असाधारण क्षण है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने घोषणा की कि कानूनी शिक्षा में अपने भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए छात्रों को कई अवसर देने के उद्देश्य से पहली बार वर्ष 2021 में एलएसएटी-इंडिया (LSAT Exam 2021) अब दो बार आयोजित किया जाएगा। लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) यूएसए, जो दुनिया भर में कानूनी शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा प्रक्रिया का नेतृत्व करता है, ने भारतीय कानून स्कूलों के लिए परीक्षा की आवृत्ति बढ़ाने के लिए यह साहसिक और अभिनव कदम उठाया है।

Jee Exam

एलएसएटी-इंडिया छात्रों के लिए पहले 25 मार्च, 2021 को, फिर 14 जून 2021 को उपलब्ध होगा। इससे छात्रों को अपनी सुविधा के आधार पर परीक्षा देने में सहूलियत होगी। 12वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं से पहले एक परीक्षा आयोजित करने के लिए तारीखों को सोच-समझकर नियोजित किया गया है और दूसरा उसके पूरा होने के बाद है। यह इस वर्ष 12वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले प्रत्येक छात्र को अतिरिक्त राहत प्रदान करने और कानून का अध्ययन करने की आकांक्षा के लिए बहुत मददगार साबित होगा।

सब्जेक्ट (कानून) के दृष्टिगत क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 में जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल भारत का नंबर वन लॉ स्कूल है और इसकी वर्ल्ड रैंकिंग 76 है। जेजीएलएस (जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल) एलएसएसी के साथ सहयोग और साझेदारी जारी रखे हुए है ताकि जेजीएलएस में अध्ययन करने के इच्छुक छात्रों को वर्ष के प्रारंभ में (मार्च में) ही परीक्षा में शामिल होकर जेजीएलएस में अपने भविष्य को सुरक्षित करने का एक अनूठा अवसर मिल सके।

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ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जीजेयू) के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, “कानूनी शिक्षा में अपनी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने वाले छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है। जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल भारत के छात्रों को न केवल हमारी कानूनी शिक्षा के दायरे में, बल्कि प्रवेश प्रक्रिया के संचालन में सर्वोत्तम प्रथाओं के वैश्विक मानकों को सुनिश्चित करके विश्व-स्तर का अनुभव प्रदान करने के प्रति प्रतिबद्ध है।”

“मौजूद समय की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि अपने भविष्य को लेकर आज अत्यधिक तनाव वाले छात्रों के साथ सहानुभूति रखी जाए। इसलिए यह पहल प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को कई अवसर प्रदान करने में सहायक होगी। इससे अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि मार्च के शुरू में ही परीक्षा पूरी करके उन्हें जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल में अपने भविष्य को सुरक्षित करने का मौका मिल जाता है।”

जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के कार्यकारी डीन, प्रोफेसर (डॉ.) एस.जी. श्रीजीथ ने कहा कि प्रवेश की शीघ्र प्रक्रिया किसी भी अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में एक मानक प्रक्रिया होती है। जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने भारत में लीगल एजुकेशन के अंतर्राष्ट्रीयकरण का हमेशा ही प्रयास किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि मार्च में परीक्षा देने और अप्रैल में दाखिला सुरक्षित कर लेने से छात्रों को मन की शांति और भावनात्मक रूप से भी उन्हें अच्छा महसूस होगा। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में लॉ एडमिशन के निदेशक प्रोफेसर आनंद प्रकाश मिश्रा और जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) के एसोसिएट डीन ने तीन प्रमुख कारणों के बारे में बताया कि कानून के इच्छुक उम्मीदवारों को 25 मार्च को अपनी परीक्षा पूरी करने पर विचार करना चाहिए।