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Amit Shah Lashed Out At Indi Alliance : …तो राम मंदिर पर लगेगा बाबरी नाम का ताला, इंडी गठबंधन को आड़े हाथों लेते हुए बोले अमित शाह

Amit Shah Lashed Out At Indi Alliance : गृहमंत्री ने कहा, राहुल बाबा कहते हैं एक झटके में गरीबी मिटा देंगे। आप अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखो, आपकी दादी ने एक झटके में आपातकाल लगाया, पिता जी ने एक झटके में तीन तलाक को फिर से लागू कर दिया और आपकी पार्टी कांग्रेस ने एक झटके में पिछड़ी जाति के आरक्षण को छीनने का काम किया।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें जिताने की मुहिम में बीजेपी नेता दिन रात जुटे हुए हैं। इसी क्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने आज उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी, हरदोई और कन्नौज में एक के बाद एक तीन रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान गृहमंत्री ने राम मंदिर, एससी-एसटी-ओबीसी आरक्षण समेत कई मुद्दों पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के इंडी गठबंधन को आड़े हाथों लिया। गृहमंत्री ने लोगों से कहा कि इंडी गठबंधन अगर गलती से भी सत्ता में आ गया तो ये राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला देंगे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बरसते हुए गृहमंत्री ने कहा, राहुल बाबा कहते हैं एक झटके में गरीबी मिटा देंगे। राहुल बाबा आप अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखो, आपकी दादी ने एक झटके में आपातकाल लगाया, पिता जी ने एक झटके में तीन तलाक को फिर से लागू कर दिया और आपकी पार्टी कांग्रेस ने एक झटके में पिछड़ी जाति के आरक्षण को छीनने का काम किया।

अमित शाह बोले, कांग्रेस, एसपी और बीएसपी वाले झूठा प्रचार करके बीजेपी और मोदी जी को बदनाम कर रहे हैं। पिछड़े वर्ग के आरक्षण पर अगर किसी ने डाका डाला है तो अखिलेश यादव की साथी पार्टी कांग्रेस ने डाला है। कर्नाटक में कांग्रेस को बहुमत मिला तो उन्होंने पिछड़े वर्ग के पांच प्रतिशत आरक्षण को काटकर मुसलमानों को दे दिया। आंध्र प्रदेश में भी कांग्रेस ने यही किया। गृहमंत्री बोले मैं आज लखीमपुर खीरी की धरती से वादा करता हूं कि बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर हम संविधान विरोधी मुस्लिम आरक्षण को खत्म करके पिछड़े वर्ग को देने का काम करेंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कन्नौज के लोगों से कहा कि वर्षों से आपने मुलायम सिंह यादव के परिवार को वोट दिया है, लेकिन यह वह परिवार है जो जीते या हारे चुनाव के बाद कभी आपको देखने नहीं आता। कोरोना महामारी के कठिन दौर में क्या डिंपल यादव या अखिलेश यादव आपसे मिलने आए थे? जब टीकाकरण शुरू किया जा रहा था, तो अखिलेश यादव ने एक बयान दिया और टीका न लगवाने की अपील की और इसे ‘मोदी-वैक्सीन’ कहा, लेकिन, यह अच्छा है कि लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी और मुफ्त में टीका लगवाया।