नई दिल्ली। आज हम आपको यहां पर आमिर खान के आने वाली फिल्म लाल सिंह चड्ढा की एडवांस बुकिंग का हाल बताएंगे। क्योंकि लाल सिंह चड्ढा का नाम और खबरे सुनकर आप परेशान हो गये होंगे। इसलिए आपको थिएटर का हाल बताया जाए। थिएटर का हाल बहुत बुरा है। थिएटर मालिकों को उम्मीद थी लम्बे समय से एक के बाद एक फ्लॉप होने के बाद आमिर खान का जादू तो जरूर चलेगा। लेकिन जनता की आवाज़ के आगे आमिर खान की आवाज दबी सी दिखाई दे रही है। जहां थिएटर मालिक उम्मीद लगा रहे थे की आमिर की फिल्म आते ही थिएटर पूरा दर्शकों से भर जाएगा वहीं थिएटर का ऐसा हाल है की अब थिएटर मालिक बहुत बुरी कगार पर आ गए हैं यहां हम आपको इसी बारे में जानकारी देंगे।
आपको बतादें फिल्म लाल सिंह चड्ढा और रक्षाबंधन दोनों ही फिल्म की एडवांस काफी दिन पहले से खुल गयी है। लेकिन फिर भी थिएटर में एक अच्छी ओपनिंग देखने को नहीं मिल रही है। दोनों ही फिल्मों का इस तरीके से बहिष्कार किया गया है की कोई भी फिल्म देखने का मन नहीं बना रहा है। एडवांस बुकिंग को लेकर थिएटर मालिक के साथ समीक्षाकार भी नाराज़ हैं। क्योंकि दर्शक इन फिल्मों को लेकर थिएटर में आने के लिए तैयार नहीं हैं। आपको बता दें तरन आदर्श ने खुद बताया है की बेहद सामान्य ओपनिंग इस फिल्म को मिलने वाली है।आपको बता दें फिल्म के अभी तक बहुत कम ही टिकट बिके हैं। कुल 57000 टिकट अब तक बिके हैं जिनकी कमाई मामूली सी है। बहुत हद तक फिल्म के कुल टिकट 62000 तक बिकने की उम्मीद है जो की फिल्म लाल सिंह चड्ढा के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
यहां हमने दिल्ली के सिनेमाघरों की फोटो लगाईं है। दिल्ली के ज्यादातर सिनेमाघरों का यही है। ज्यादातर सिनेमाघर खाली दिख रहे हैं जिसे आप फोटो में देख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप खुद Bookmyshow पर जाकर टिकट की बुकिंग चेक करेंगे तो वहां भी बहुत सारे थिएटर में कुर्सियां खाली ही दिख रही हैं। कुछ लोगों का मानना है शायद रक्षाबंधन त्यौहार के कारण यह बुकिंग कम दिख रही हो और अब लोग आने वाले समय का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन ये बात तो तय है की फिल्म के पहले थिएटर मालिकों को जो आशाएं थी वो अब निराशा में बदल रही है। मुंबई और दक्षिण भाषा के कुछ राज्यों से बुकिंग देखने को मिली है पर वो भी बेहद सामान्य स्तर की बुकिंग है। लोगों से लगातार फिल्म को देखने के लिए आग्रह किया जा रहा है पर लोग सुनने को तैयार नहीं हैं। अब देखते हैं पहले दिन के रिव्यू आने के बाद जनता का रुख बदलता है या ऐसे ही रहता है। सिर्फ इसका जवाब समय ही दे सकता है।