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OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई सड़क 2, IMBD पर मिली इतनी रेटिंग

डायरेक्टर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने संजय दत्त (Sanjay Dutt) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) स्टारर फिल्म ‘सड़क 2’ (Sadak 2) से वापसी की है। ‘सड़क 2’ डिजनी प्लस हॉटस्टार (Disney Plus Hotstar) पर रिलीज हो गई है।

नई दिल्ली। डायरेक्टर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने संजय दत्त (Sanjay Dutt) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) स्टारर फिल्म ‘सड़क 2’ (Sadak 2) से वापसी की है। ‘सड़क 2’ डिजनी प्लस हॉटस्टार (Disney Plus Hotstar) पर रिलीज हो गई है। यह फिल्म 1991 में आई फिल्म ‘सड़क’ (Sadak) का सीक्वल है। हालांकि इस फिल्म की कहानी एकदम नई है और इसका पिछली फिल्म से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन रवि और पूजा का कैरेक्टर इस कहानी में भी है। पिछली फिल्म काफी पसंद की गई थी हालांकि इस बार फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद ही इसे सुशांत केस के कारण काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही इसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

sadak 2

सड़क 2 डिजनी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हो गई है। फिल्म को काफी खराब रेटिंग मिल रही है। वेबसाइट IMDB में सड़क 2 को 10 में से 1.1 रेटिंग मिली है। इससे पता चलता है कि फिल्म को दर्शक बिल्कुल पसंद नहीं कर रहे हैं। बता दें कि सोशल मीडिया पर भी यूजर्स फिल्म को लेकर निगेटिव कमेंट्स दे रहे हैं। कोई फिल्म को फ्लॉप कह रहा है तो कोई कह रहा है कि इस फिल्म को देखकर समय बर्बाद करने जैसा है।

imbd rating sadak 2

फिल्म में आलिया भट्ट, पूजा भट्ट, संजय दत्त और आदित्य रॉय कपूर लीड रोल में हैं। बता दें कि फिल्म के ट्रेलर और गानों को भी अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला था। इतना ही नहीं, सड़क 2 का ट्रेलर यूट्यूब पर सबसे ज्यादा डिसलाइक किया जाने वाला दूसरा वीडियो है। दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत के मामले में लोगों ने सोशल मीडिया पर भट्ट परिवार को निशाना बनाया है। सोशल मीडिया पर सड़क 2 को नेपोटिज्म प्रोडक्ट बताया गया है।

sadak

इस फिल्म की कहानी की बात करें तो ये बेहद उदासीपूर्ण माहौल से शुरू होती है जिसमें रवि अपनी मरहूम पत्नी की यादों में जी रहा है। वह आत्महत्या की कोशिश करता है लेकिन कर नहीं पाता। आर्या भी तूफान की तरह रवि की जिंदगी में आती है। कहानी में जल्दी-जल्दी ट्विस्ट आते हैं और इन्हीं में फिल्म का पूरा स्क्रीनप्ले पटरी से उतर जाता है। फिल्म के डायलॉग्स पुराने से लगते हैं और ऑडियंस को बोर करने लगते हैं। ऐसा लगता है कि मेकर्स ने फिल्म को लिखने में ज्यादा मेहनत नहीं की है और उन्हें लगता है कि ऑडियंस नॉस्टेलजिया पर ही फिल्म देख लेगी। नई ऑडियंस के एक बड़े वर्ग ने ‘सड़क’ का पहला पार्ट देखा भी नहीं है। फिल्म के विलन जरूरत से ज्यादा ड्रामा करते लगते हैं और ऐक्शन नकली।