जयपुर। राजस्थान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट पर फिर से निशाना साधा। उन्होंने पायलट को ‘निकम्मा’ और ‘नकारा’ करार दिया, और आरोप लगाया कि उन्होंने एक बहुत ही गंदा खेल खेला और अपनी ही सरकार को गिराने की साजिश रची।
गहलोत ने सत्यमेव जयते कहते हुए अपनी बात समाप्त की। पिछले एक सप्ताह में यह दूसरी बार था जब गहलोत ने पायलट के खिलाफ सभी मोर्चे खोल दिए। पायलट के बगावती तेवर के बाद उन्हें (पायलट) उपमुख्यमंत्री और पीसीसी प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा, “पार्टी में पायलट के प्रति सम्मान में कोई कमी नहीं थी, लेकिन उन्होंने बहुत गंदा खेल खेला और भाजपा को खुश करने की साजिश रची।”
#WATCH Hum jaante the ki wo (Sachin Pilot) nikkamma hai, nakaara hai, kuch kaam nahi kar raha hai, khaali logon ko ladvaa raha hai…Main yahan baingan bechne nahi aaya hoon, main sabzi bechne nahi aaya hoon. Main CM ban’ne aaya hoon: Rajasthan CM Ashok Gehlot pic.twitter.com/VKicK8IRJP
— ANI (@ANI) July 20, 2020
गहलोत ने उनके वकीलों के खर्च पर भी सवाल उठाया और कहा, “हरीश साल्वे उनका केस लड़ रहे हैं, इतना पैसा कहां से आ रहा है? देश के अंदर यह अराजकता फैलाई जा रही है। इन सबके बीच, पायलट का चेहरा और चरित्र उजागर हो गया है। हमारे विधायको को गुड़गांव (गुरुग्राम) में बंधक बनाया गया है।”
गहलोत ने कहा, “हम जानते थे ये निकम्मा है, नकारा है, कोई काम नहीं कर रहा है। खाली लोगों को लड़वा रहा है। मैं यहां कोई बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं कोई सब्जी बेचने नहीं आया हूं।
उन्होंने कहा कि पायलट खेमे के कुछ विधायक अब कह रहे हैं कि उनके मोबाइल फोन उनसे जबरदस्ती ले लिए गए और वे पार्टी में वापस आना चाहते हैं।संबोधन को ‘सत्यमेव जयते’ कहकर समाप्त करने से पहले गहलोत ने कहा, “आपने शायद कभी नहीं सुना होगा कि एक पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही सरकार गिराने में व्यस्त है।”