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Modi At Bjp Meet: पीएम मोदी ने इस वजह से 370 लोकसभा सीटें जीतने का बीजेपी के लिए रखा है लक्ष्य, पार्टी के सम्मेलन में खुद किया खुलासा

Modi At Bjp Meet: मोदी सरकार ने 370 को रद्द कराने में सफलता अपने दूसरे कार्यकाल में हासिल की। जनसंघ के बाद जब बीजेपी बनी, तो उसने 370 को रद्द कराने का मुद्दा हमेशा बनाए रखा था। बीजेपी का कहना था कि 370 के तहत एक देश में दो प्रधान, दो निशान और दो संविधान नहीं चल सकते।

नई दिल्ली। दिल्ली के भारत मंडपम में आज से बीजेपी का दो दिन का राष्ट्रीय परिषद सम्मेलन शुरू हुआ। इस सम्मेलन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने दीप जलाकर किया। अपने उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने सम्मलेन में शामिल सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने बताया कि मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि बीजेपी को 370 और एनडीए को 400 सीटें हासिल होंगी। मोदी ने कहा कि 370 सिर्फ एक संख्या नहीं है। उन्होंने कहा कि ये डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को हमारी तरफ से श्रद्धांजलि होगी। मोदी ने कहा कि बीजेपी का अभियान विकास और गरीबों के कल्याण के साथ देश को गौरवान्वित करने पर केंद्रित होगा। उन्होंने बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पार्टी और सरकार के कामकाज को लोगों तक ले जाएं।

मोदी के इस भाषण से पता चलता है कि अपने तीसरे टर्म के लिए उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वास्ते 370 का लक्ष्य आखिर क्यों रखा। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में ही जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द किया गया। अनुच्छेद 370 को रद्द करने की मांग सबसे पहले जनसंघ के नेता और नेहरू कैबिनेट में मंत्री रहे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने उठाई थी। डॉ. मुखर्जी ने 370 का विरोध करने के लिए जम्मू-कश्मीर में आंदोलन करने का एलान किया था। जम्मू में प्रवेश करते ही उनको गिरफ्तार किया गया था। जेल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन हुआ था और इस पर बीजेपी सवाल उठाती रही है।

मोदी सरकार ने 370 को रद्द कराने में सफलता अपने दूसरे कार्यकाल में हासिल की। जनसंघ के बाद जब बीजेपी बनी, तो उसने 370 को रद्द कराने का मुद्दा हमेशा बनाए रखा था। बीजेपी का कहना था कि 370 के तहत एक देश में दो प्रधान, दो निशान और दो संविधान नहीं चल सकते। 370 के कारण भारत सरकार के बनाए तमाम कानून जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं होते थे। 370 रद्द करने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में लोगों को आरक्षण और बेटियों को बाहरी से शादी करने के बावजूद जायदाद में हिस्सा मिलने लगा है। पहले ये असंभव था।