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Uttrakhand: महिला के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी कर उड़ाए 66 लाख, एसटीएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए पूरे गिरोह का किया भंडाफोड़, एक की गिरफ्तारी

Uttrakhand: स्पेशल पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की तलाश में विगत 15 दिनों से बैगलोर कर्नाटक के विभिन्न संभावित स्थानों पर उनकी तलाश की जा रही थी व अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तों द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी। पुलिस टीम इसको लेकर लगातार 15 दिनों तक बैगलौर में सक्रिय रही। अभियुक्तों द्वारा प्रयोग की गयी एटीएम मशीनों की सीसीटीवी फुटेज और अन्य जानकारी जुटाते हुए अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी इकट्ठी की गई।

देहरादून। वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा विभिन्न ऑनलाइन सर्च इंजन पर फर्जी मोबाइल नंबर डालकर कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर फर्जी वेबसाईट के माध्यम से ऑनलाइन सामान बेचने के नाम पर करोडों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही है। हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं। जिसमें लोगों को ऐसे ठगों द्वारा चूना लगाया गया है, उनके पैसे की ठगी की गई है।

STF JUST DIAL Fraud uttrakhand

इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें आरती रावत निवासी मोथरोवाला देहरादून के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुई थी। इसमें शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसने अपनी पुत्री के जन्मदिन पर उसे उपहार के रुप में कुत्ते का बच्चा देने हेतु ऑनलाइन शॉपिंग साइट JUST DIAL पर दिये गये मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया। इसके बाद दूसरी तरफ से इस अज्ञात मोबाइल धारक द्वारा स्वयं को JUST DIAL का एजेंट बताते हुए (Golden Retriever) नस्ल के विदेशी कुत्ते के बच्चे को बेचने के नाम पर शिकायतकर्ता से कुत्ते की बुकिंग हेतु एडवांस में धनराशि की मांग की गई। इसके बाद महिला ने जो रकम यात्रा व्यय व बीमा शुल्क के नाम पर दिए वह कुल रकम 66,39,600 थी। ये रकम उसके साथ धोखाधड़ी से लिया गया और इसी की शिकायत महिला ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में की। महिला की शिकायत पर अभियुक्तों के खिलाफ आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया। इसके बाद यह मामला साइबर थाने के निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल को सौंप दिया गया। इसके बाद एक स्पेशल टास्क फोर्स टीम का गठन किया गया और इस मामले की जांच शुरू हुई। इस पूरी टीम का गठन नीलेश आनंद भरणे डीआईजी साइबर क्राइम और एसटीएफ द्वारा की गई थी।

अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तों द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तों द्वारा वादी मुकदमा से प्राप्त धनराशि त्रिपुरा व महाराष्ट्र के विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को बैंगलुरु कर्नाटक स्थित विभिन्न एटीएम मशीनों के माध्यम से निकासी किया गया तथा अभियुक्तों द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बर व बैंक खातों का प्रयोग किया जा रहा है।

STF JUST DIAL Fraud uttrakhand

ऐसे में एसटीएफ की टीम को इस मामले में मिला सफलता के बाद मीडिया से बात करते हुए नीलेश आनंद भरणे डीआईजी साइबर क्राइम और एसटीएफ ने बताया कि स्पेशल पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की तलाश में विगत 15 दिनों से बैंगलुरु कर्नाटक के विभिन्न संभावित स्थानों पर उनकी तलाश की जा रही थी व अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तों द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी। पुलिस टीम इसको लेकर लगातार 15 दिनों तक बैंगलुरु में सक्रिय रही। अभियुक्तों द्वारा प्रयोग की गयी एटीएम मशीनों की सीसीटीवी फुटेज और अन्य जानकारी जुटाते हुए अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी इकट्ठी की गई। जिसके बाद पुलिस टीम ने इस घटना में संलिप्त एक अभियुक्त David De Job उर्फ DING BOBGA CLOVES उर्फ BOBBY IBRAHIM S/O JON R/O- FLAR NO-109 ,SAKSHI MANSION GOPAL REDDY LAYOUT 2ND CROSS DODA BANSWADI PS-RAMAMURTHY NASAR BANGALORE मूल निवासी SHISONG ,REPUBLIC OF CAMEROON को बैंगलुरु कर्नाटक से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्त को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया। जहां से अभियुक्त को देहरादून उत्तराखण्ड लाये जाने हेतु ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त किया गया है। अभियुक्त को ट्रांजिट रिमाण्ड पर देहरादून लाया जा रहा है। अभियुक्त द्वारा जिन बैंक खातो में धनराशि प्राप्त की गयी उक्त खातों की सम्बन्धित शाखा से जानकारी प्राप्त कर 1- IndusInd Bank 2-HDFC 3-SBI 2-CANARA BANK शाखा के खातो में करीब 13 लाख रुपये की धनराशि को फ्रीज कराया गया है।

इसके साथ ही नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पुलिस को अभियुक्त से पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई है। इस जानकारी के मुताबिक अभियुक्त द्वारा अपने अन्य विदेशी व भारतीय सहअभियुक्त के साथ मिलकर ऑनलाइन सामान खरीदने व बेचने वाली वेबसाइट से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर उक्त वेबसाइट में कस्टमर केयर के रुप में फर्जी आईडी पर प्राप्त मोबाइल सिम नम्बर अंकित कर विदेशी नस्ल के कुत्ते खरीदने हेतु सम्पर्क कर वाले व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया जाता था।

गिरफ्तार व्यक्ति के पास से 4 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 5 सिमकार्ड अलग-अलग कंपनियों के, 3 एटीएम कार्ड, 36620 रुपए की नकद धनराशि बरामद की गई है। जिस एसटीएफ टीम ने इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा किया है उसकी अगुवाई देवेन्द्र नबियाल कर रहे थे जबकि टीम में आशीष गुसाई, प्रो. मुकेश चन्द, पवन कुमार के साथ स्पेशल टास्क फोर्स की तकनीकी टीम ने हिस्सा लिया था। इस पूरे मामले के संज्ञान में आने के बाद प्रभारी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है , कि वे ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुए अधिकृत वेबसाइट से ही सामान खरीदें व इसको लेकर उचित सावधानी बरतें।