नई दिल्ली। बीती 19 जुलाई से शुरू हुआ संसद के मॉनसून सत्र का पहला हफ्ता विपक्ष के हंगामे के बीच ही गुजर गया। शनिवार और रविवार की छुट्टी के बाद आज से संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही फिर शुरू होगी। इस दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहने के आसार हैं। जबकि, सरकार अहम बिलों को पास कराने की तैयारी में है। मॉनसून सत्र में अब सिर्फ 14 दिन ही कार्यवाही चल सकती है। ऐसे में सरकार इसी हफ्ते कई अध्यादेशों को बिल की शक्ल में लाकर कानून बनाने की तैयारी में जुटी है। इनमें होम्योपैथी सेंट्रल काउंसिल संशोधन अध्यादेश, इंडियन मेडिसिन सेंट्रल काउंसिल संशोधन अध्यादेश, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर अध्यादेश, इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड संशोधन अध्यादेश और एसेंसियल डिफेंस सर्विसेज अध्यादेश शामिल हैं। इनमें से कई अध्यादेशों को कानून बनाए जाने के मसले पर भी हंगामा होने के पूरे आसार हैं।
19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुआ था। पहले ही दिन से लेकर बीते शुक्रवार तक इजरायली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए कथित तौर पर नजरदारी और किसानों के मसले पर संसद की कार्यवाही ठीक से चल नहीं सकी। सिर्फ एक दिन राज्यसभा में कोरोना की दूसरी लहर पर ही चर्चा हो सकी थी। दैनिक भास्कर और न्यूज चैनल भारत समाचार पर इनकम टैक्स की रेड के मसले पर भी लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया था।
संसद के इस सत्र में सरकार को 17 बिल पास कराने थे। पीएम मोदी ने विपक्ष से कहा था कि सरकार हर मसले पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को शांति से सरकार का जवाब भी सुनना होगा। बावजूद इसके विपक्ष किसी भी चर्चा के लिए तैयार नहीं है और लगातार हंगामा बरपा रहा है। यहां तक कि आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से परचा लेकर फाड़ भी दिया गया। जिसके लिए टीएमसी सांसद शांतनु सेन को राज्यसभा के सभापति ने बाकी सत्र के लिए सस्पेंड भी किया है।