नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सचिन पायलट को पुलिस ने ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के मामले में हिरासत में ले लिया है। वे राहुल गांधी के समर्थन में केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना भी साधा है। इतना ही नहीं, उन्होंने मोदी सरकार को तनाशाह भी करार दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं के सहारे विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष को खत्म कर एक तरह से लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है। बहरहाल, सचिन पायलट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया है। बता दें कि इससे पहले कई कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। इस दौरान ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेस नेताओं का जमकर हुड़दंग भी देखने को मिला है। कांग्रेस नेताओं ने आगजनी सरीखी गतिविधियों को भी अंजाम दिया है। जिसकी चर्चा अभी चौतरफा देखने को मिल रही है।
जानें पूरा माजरा
बता दें कि पिछले तीन दिनों से नेशलन हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है। इस मामले में बीते दिनों ईडी की तरफ से राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन, उस वक्त राहुल विदेश में थे और सोनिया गांधी से कोरोना से संक्रमित हो गई थी। जिसकी वजह से वे पेश नहीं हो पाए थे। लेकिन, अब राहुल स्वदेश लौट चुके हैं, तो उनसे पिछले तीन दिनों से पूछताछ की जा रही है, मगर ईडी सूत्रों का मानना है कि वे ईडी के किसी भी सवाल का जवाब अभी तक संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे पाए हैं।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, वे अधिकांश सवालों का जवाब बस यही कहकर दे रहे हैं कि मुझे नहीं पता है या मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है। जिसे लेकर अब ईडी का शक लगातार गहरा रहा है। देशभर में कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से ईडी की हो रही पूछताछ के विरोध में सत्याग्रह रैली आयोजित की है, जिस पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किस भ्रष्टाचार के पक्ष में सत्याग्रह बुलाई जा रही है।