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Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग के बाद सामने आई चांद की पहली तस्वीर

Chandrayaan-3: चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने की पुष्टि चंद्रयान ने खुद संदेश भेजकर कर दी है। इस बीच चंद्रमा की पहली तस्वीर सामने आई है, जो कि अभी सोशल मीडिाय पर खूब चर्चा में है ।इसके अलावा चंद्रयान-3 चांद पर जीवन की संभावना तलाशने की प्रक्रिया में जुट गया है।

नई दिल्ली। आज भारतीय वैज्ञानिकों ने जो कमाल कर दिखाया है, वो अद्भुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय है। भारत वैज्ञानिकों ने अपने इस कारनामे से पूरी दुनिया को संदेश दे दिया है कि हम किसी से कम नहीं हैं। हमने अपनी जिंदगी में हारना नहीं, बल्कि हारी हुई बाजी को जीत में तब्दील करने का इल्म हासिल किया है। जी हां…. याद ही होगा आपको साल 2019 का वो लम्हा, जब चंद्रयान-2 किसी तकनीकी खामी की वजह से विफल हो गया था , तो किस तरह विज्ञान प्रेमियों के दिल टूट गए थे। यहां तक की इसरो के तत्कालीन प्रमुख के सीवन भी अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाए थे और वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले लगकर रोने लगे थे। इसके बाद प्रधानमंत्री उन्हें दिलासा देते हुए नजर आए थे।

यकीनन….वो बेहद ही मार्मिक लम्हा था, लेकिन आज जब भारतीय वैज्ञानिकों ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर भारतीय तिरंगा फहराकर भारत का मान बढ़ाया है, तो के सीवन के चेहरे पर खुशियां साफ झलक रही थीं। खुद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि अब भारत चांद पर पहुंच चुका है। बता दें, ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने साउथ अफ्रीका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एस सोमनाथ को फोन कर उन्हें बधाई दी और उनसे मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी जुटाई। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि वो भारत आकर उनसे मिलेंगे। सनदे रहे कि अभी प्रधानमंत्री ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने साउथ अफ्रीका में हैं। इसके बाद वो ग्रीस जाएंगे।

ध्यान दें, 40 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ग्रीस दौरे पर जाएगा। यह यकीनन हर भारतवासी के लिए अद्भुत लम्हा है। उधर, भारतीय वैज्ञानिकों ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि ऐसे वक्त में हासिल की है, जब साउथ अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ अगले महीने दिल्ली में जी -20 की बैठक भी प्रस्तावित है। ऐसे में भारत के पास बताने के लिए बहुत कुछ रहेगा। उधर, गौर करने वाली बात यह है कि ब्रिक्स में चीन और रूस सरीखे मुल्क भी शामिल होंगे। खैर , रूस तो भारत का सदाबहार मित्र रहा, लेकिन चीन से अक्सर सीमा विवाद को लेकर शीतयुद्ध का सिलसिला जारी रहता है। वहीं, हाल ही में रूस का लूना मिशन विफल हो गया था।

वहीं, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने की पुष्टि चंद्रयान ने खुद संदेश भेजकर कर दी है। इस बीच चंद्रमा की पहली तस्वीर सामने आई है, जो कि अभी सोशल मीडिाय पर खूब चर्चा में है। इसके अलावा चंद्रयान-3 चांद पर जीवन की संभावना तलाशने की प्रक्रिया में जुट गया है। वैसे बताया जाता है कि दक्षिण ध्रुव पर जीवन की संभावनाएं मौजूद हो सकती हैं, चूंकि यहां सूरज की रोशनी आने के साथ भी ठंडी भी रहती है।,