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Sunil Jakhar: ‘दिल भी तोड़ा तो सलीके से न तोड़ा’, कांग्रेस छोड़ने के बाद सुनील जाखड़ ने 50 साल का दर्द 40 मिनट में किया बयां  

सुनील जाखड़ ने कहा कि मैं इतने लंबे समय तक पार्टी में रहा तो मेरा यह कर्तव्य बनता है कि मैं पार्टी के संदर्भ में अपने दिल में छुपी कुछ बातों को साझा करके जाऊं। उन्होंने कहा कि आज तारीख में कई कार्यकर्ता महज चीयरलीडर बनकर रह चुके हैं। वर्तमान में पार्टी की स्थिति को दुरूस्त करने के लिए चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

नई दिल्ली। सुनील जाखड़….ये नाम सुबह से ही खासा सुर्खियों में है…आज सुबह ही उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहा है…हालांकि, इससे पहले ही उन्हें पार्टी द्वारा दी गई सभी जिम्मेदारियों से निवृत्त कर दिया गया था। वहीं, पार्टी से रूखसत किए जाने के बाद सुनील जाखड़ ने अपने दिल में कैद 50 साल के दर्द को महज 40 मिनट में बयां किया है। बता दें कि उन्होंने 45 मिनट तक फेसबुक लाइव किया। जिसमें उन्होंने शेरों शायरी का जिक्र कर अपने दर्द-ए-दिल को हर्फों में बयां किया है। आइए, आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने इस दौरान क्या कुछ कहा है। तो सुनील जाखड़ ने कहा कि मैं इतने लंबे समय तक पार्टी में रहा तो मेरा यह कर्तव्य बनता है कि मैं पार्टी के संदर्भ में अपने दिल में छुपी कुछ बातों को साझा करके जाऊं। उन्होंने कहा कि आज तारीख में कई कार्यकर्ता महज चीयरलीडर बनकर रह चुके हैं। वर्तमान में पार्टी की स्थिति को दुरूस्त करने के लिए चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन मैं कहता हूं कि पार्टी को चिंतन शिविर की नहीं, बल्कि चिंता शिविर की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित समस्त गांधी को परिवार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अब तो मेरे जाने का वक्त आ ही चुका है, तो मैंने सोचा कि मैं पार्टी के लिए कुछ कहकर ही जाऊं। तो इस तरह से जाखड़ ने कई मसलों को लेकर अपनी बात जाहिर की है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।

उदयपुर में 'चिंतन शिविर' के बीच कांग्रेस को लगा झटका, सुनील जाखड़ ने किया  पार्टी छोड़ने का एलान - sunil jakhar leave congress says i have no relation  with the party anymore –

इस दौरान उन्होंने कई शेरों शायरी का जिक्र कर अपने दिल में छुपे दर्द को साझा किया। सुनील जाखड़ ने कहा कि घर सजाने का तसव्वुर तो बहुत ब‘अद का है पहले ये तय हो कि इस घर को बचाएं कैसे। उन्होंने कि वर्तमान में पार्टी अपनी सियासी स्थिति को दुरूस्त करने लिए अर्थव्यवस्था समेत कृषि पर चिंता व्यक्त करने के लिए चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। लेकिन वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए उसे चिंतन शिविर नहीं, अपितु चिंता शिविर आयोजित करने की आवश्यकता है। इस बीच उहोंने अंबिका सोनी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में कांग्रेस की दुर्गति की मुख्य वजह अंबिका सोनी ही है। उन्होंने अंबिका सोनी के संदर्भ में कहा कि पंजाब का नाम बदनाम किया। हजारों सिखों को अपमानित किया गया। उन्होंने पंजाब को नीचा दिखाने की कोशिश की है। इसके लिए पंजाब की जनता कभी-भी अंबिका सोनी को माफ नहीं करेगी। इस बीच उन्होंने सोनिया गांधी से आग्रहपूर्वक कहा कि अंबिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठे कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की हाल बदहाल कर रखा है। 

Sunil Jakhar: पंजाब: कांग्रेस ने प्रदेश अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ का इस्तीफा  किया अस्वीकार - congress rejects punjab chief sunil jakhar resignation |  Navbharat Times

इस बीच सुनील जाखड़ ने भावुक होते हुए कहा कि मुझे ऐसे वक्त में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है, जब पार्टी की तरफ से मुझे कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी गई है। मुझे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए बकायदा पत्र भेजा गया है। इससे बड़ा अपमान मेरा और कुछ नहीं हो सकता है। मेरे करीबी जानकर यह जानते हैं कि मैं पिछले कुछ दिनों से पार्टी में निष्क्रिय बना हूं। मुझे पार्टी की कार्यशैलियों से दरकिनार कर दिया गया है। इस दौरान उन्होंने अपनी बातों को विराम देने के लिए एक शेर पढ़ा जिसमें उन्होंने कहा कि दिल भी तोड़ा तो सलीक़े से न तोड़ा तुम ने बेवफ़ाई के भी आदाब हुआ करते हैं। इस बीच उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से गुजारिश की है कि वे पार्टी की हित की दिशा में कोई कदम उठाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पार्टी की बदहाली अपने चरम पर पहुंच चुकी है। ऐसी स्थिति में पार्टी की स्थिति को दुरूस्त करने की दिशा में उपयुक्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, अन्यथा आगामी दिनों में स्थिति और दुरूह हो सकती है।