नई दिल्ली। बीते कुछ समय से दिल्ली की आम आदमी पार्टी के नेता मुश्किलों में घिरे हुए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन राउज एवेन्यू कोर्ट की तरफ से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं। मंगलवार को ईडी ने कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी की गई थी जिसमें 2.85 करोड़ रुपए की नकदी और सोने के 133 सिक्के जब्त किए गए हैं। हालांकि इन आरोपों के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब में उसकी सरकारों के पीछे पड़ी हुई है। वहीं, अब एक और आप नेता की मुश्किलें बढ़ गई है।
दरअसल, गुवाहाटी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का नागरिक मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है। मंगलवार को सिविल जज कोर्ट, कामरूप (मेट्रो) गुवाहाटी में मनीष सिसोदिया के खिलाफ ये मुकदमा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा ने दायर किया है। रिंकी भुइयां सरमा ने पीपीई किट खरीद मामले में घपले का आरोप लगाने के खिलाफ ये मुकदमा दायर किया है। इस मामले पर रिंकी सरमा के वकील पी. नायक का कहना है कि उनके मुवक्किल ने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों के तहत पीपीई किट दान के रूप में जमा की।
आपको बता दें, इस महीने की शुरुआत में असम के मुख्यमंत्री और सिसोदिया के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया था, जिसमें सिसोदिया द्वारा कोविड पीपीई किट की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप के बाद मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी गई थी। सिसोदिया ने दावा किया कि पीपीई किट के ठेके सरमा की पत्नी से जुड़ी एक कंपनी को दिए गए।
एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए, सिसोदिया ने कहा था कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपये के लिए पीपीई किट की खरीद की, सरमा ने अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक भागीदारों की फर्मो को 990 रुपये प्रति पीस के लिए तत्काल आपूर्ति के आदेश दिए। अब इसी मामले में हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा ने सिसोदिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। मामले को 22 जून को गुवाहाटी उच्च न्यायालय में सूचीबद्ध किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।